कुल्लू की खराहल घाटी और जिला मुख्यालय के साथ लगते काइस नाला में बादल फटने से एक बार फिर हुई जानमाल की हानि; मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट किया गया जारी
- By Arun --
- Tuesday, 18 Jul, 2023
Another loss of life and property due to cloudburst in Kharahal Valley of Kullu and Kais Nallah adja
कुल्लू:हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर जारी अलर्ट के बीच एक बार फिर से मानसून ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। जिला कुल्लू की खराहल घाटी और जिला मुख्यालय के साथ लगने काइस नाला में बादल फटने से एक फिर जानमाल की हानि हुई है। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि करोड़ों रुपए की संपत्ति तबाह हो गई। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर मंडी और कुल्लू जिला में बाढ़ यानी फ्लैश फ्लड की चेतावनी भी जारी की गई है।
बाढ़ एवं फ्लैश फ्लड की चेतावनी को देखते हुए प्रदेशभर में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। नदी-नालों से दूर रहने को कहा गया है। जो क्षेत्र भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों से भी दूर रहने को कहा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में बीते दिनों हुई भारी बारिश व वर्तमान में हो रही रुक रुक कर बारिश से प्रदेश में स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। जनजीवन अस्त व्यस्त है।
हर विभाग में करोड़ों रुपए के नुकसान का आकलन है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में बीते 24 घंटो में सबसे ज्यादा बारिश मंडी जिला के कटौला में हुई है। यहां पर 90 मिमी बारिश दर्ज की गई है। (एचडीएम)
720 सडक़ें अभी भी बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भू-स्खलन के कारण दो एनएच समेत 720 सडक़ें अभी भी बंद हैं। इसके अलावा जलशक्ति विभाग की 5644 स्कीमें अभी बंद है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की के अनुसार 4635 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है।
बारिश से स्कूलों-कालेजों में 80 करोड़ रुपए का नुकसान
प्रदेश में भारी बारिश व भू-स्खलन से स्कूलों व कालेजों को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है। सभी जिलों के उपनिदेशकों से शिक्षा विभाग ने नुकसान की रिपोर्ट मांगी है, लेकिन सडक़ मार्ग व बिजली की क्लेक्टिविटी न होने से कई जिलों से अभी तक पूरी रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। निदेशालय को जो रिपोर्ट मिल रही है, उसे शिक्षा सचिव को भेज दिया गया है। सोमवार को शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि भारी बारिश व भू-स्खलन से स्कूलों को करीब 70 से 80 करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
प्रदेश के 22 कालेजों में करीब सात करोड़ का नुकसान हुआ है। प्रदेश के 122 उच्च व माध्यमिक स्कूलों में करीब 11.40 करोड़ का नुकसान हुआ है। बिलासपुर के 14 स्कूलों में 96.90 लाख, चंबा के 13 स्कूलों में 53.25 लाख, हमीरपुर के चार स्कूलों में 20 लाख, कांगड़ा के सात स्कूलों में 59.66 लाख, किन्नौर के तीन स्कूलों में 26 लाख, कुल्लू के 22 स्कूलों में एक 1.67 करोड़, मंडी के छह स्कूलों में 2.71 करोड़, शिमला के 32 स्कूलों में 1.17 करोड़, सिरमौर में 27 लाख और सोलन में तीन करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
बरसात के जख्म देखने आएगी टीम
कल से तीन दिन हिमाचल में रहेंगे केंद्रीय टीम के सदस्य
मानसून के सीजन में बाढ़ से हिमाचल में हुए नुकसान का जायजा लेने आ रही केंद्रीय टीम इस बार तीन दिन हिमाचल में रुकेगी। यह टीम मंगलवार शाम को हिमाचल भवन चंडीगढ़ पहुंच जाएगी। बुधवार 19 जुलाई से इनका हिमाचल दौरा शुरू होगा। दरअसल इस केंद्रीय दल के दो भाग होंगे। एक टीम चंडीगढ़ से बिलासपुर-मंडी कुल्लू होते हुए लाहौल तक जाएगी।
दूसरी टीम चंडीगढ़ से सोलन, शिमला और किन्नौर जिला का दौरा करेगी। 19 और 20 जुलाई को फील्ड के दौरे करने के बाद 21 जुलाई को यह टीम शिमला में राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इसमें राज्य की मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन के अफसरों के साथ इस टीम के सामने प्रेजेंटेशन देंगे। इसके बाद यह संभव है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी मुलाकात हो। इस दौरे के लिए संयुक्त सचिव राजस्व बलवान चंद को स्टेट नोडल ऑफिसर घोषित किया गया है।
इससे पहले सरकार ने पांच अधिकारियों की टीम अलग से राजस्व सचिव के साथ अटैच कर रखी है। इसके साथ ही सोमवार को मुख्य सचिव ने एक अन्य आदेश जारी करते हुए एचएएस अधिकारी निशांत ठाकुर को डायरेक्टर आपदा प्रबध्ंान के साथ अटैच करते हुए दिल्ली से आ रही टीम के साथ नियुक्त किया है।
राज्य सरकार का दावा है कि इस आपदा में सात से आठ हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। आज आपदा प्रबंधन ने अब तक 4635 करोड़ के नुकसान का आंकड़ा जुटा लिया है। कई विभागों से अभी यह डाटा आना बाकी है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फौरी राहत के तौर पर 2000 करोड जारी करने की मांग की है।