प्ले स्कूल ट्रेनिंग के खिलाफ भडक़ी आंगनवाड़ी वर्कर
प्ले स्कूल ट्रेनिंग के खिलाफ भडक़ी आंगनवाड़ी वर्कर
23 फरवरी की हड़ताल में शामिल होने का फैसला
कोरोना गाइडलाइन का उलंघन कर ट्रेनिंग दे रही सरकार
चंडीगढ़,18 जनवरी। आईसीडीएस सुपरवाइजर वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा ने सरकार द्वारा अचानक प्ले स्कूल की ट्रेनिंग देने के समय पर सवाल उठाते हुए कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन बताया है। एसोसिएशन ने विभाग को पत्र लिखकर कोरोना के बढ़ते संक्रमण और आंगनबाड़ी वर्करों की हड़ताल के दृष्टिगत ट्रेनिंग को स्थगित करने की मांग की है।
एसोसिएशन ने सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण आदि मांगों को लेकर 23-24 फरवरी की हड़ताल में भी शामिल होने का फैसला लिया है।
एसोसिएशन की राज्य महासचिव संतोष यादव ने बताया कि विभाग द्वारा अचानक कोरोना के बढ़ते केसों व आंगनवाड़ी वर्करों की हड़ताल के चलते आंगनवाडी वर्कर्स और हैल्पर्स की प्ले स्कूल की ट्रैनिग का फरमान जारी किया गया है। जिसके लिए स्कूल के एक कमरे को ट्रैनिंग सेंटर बनाया गया है। जिसमें 50 आंगनवाडी वर्कर्स और हेल्पर्स की ट्रेनर एक सुपरवाइजर को लगाया गया है। एक कमरे में 51 लोगों को इक_ा करना कोविड के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से उलंघन है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा फरमान जारी किया गया है कि यदि किसी सुपरवाइजर के पास छह सर्कल हैं तो उनको तीन ग्रुप को प्रात: व तीन ग्रुप को दोपहर बाद प्रशिक्षण देना होगा। तीन ग्रुप का मतलब 150 वर्कर को प्रशिक्षण देना है। यह प्रशिक्षण का मजाक बनाया जा रहा है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि सरकार व विभाग पीएम व सीएम द्वारा की गई घोषणाओं को लागू कर हड़ताल को समाप्त करवाने की बजाय नए नए हथकंडे अपना रहे हैं।