पद्म भूषण से सम्मानित होने पर अजित कुमार ने जताई खुशी, कहा-'यह केवल व्यक्तिगत सम्मान नहीं है...'
Ajith Kumar On Padma Bhushan
Ajith Kumar On Getting Padma Bhushan: गणतंत्र दिवस से पहले 25 जनवरी की शाम को गृह मंत्रालय ने इस साल के पद्म पुरस्कारों की अनाउंसमेंट की. इस लिस्ट में बिहार की जानी-मानी दिवंगत लोक गायिका शारदा सिन्हा, दिवंगत जापानी ट्रेडर ओसामु सुजुकी और भारत के पहले सिख चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर समेत सात लोगों को पद्म विभूषण अवॉर्ड से नवाजा गया. वहीं तमिल सुपरस्टार अजीत कुमार सहित 19 को पद्म भूषण और 113 को पद्म श्री पुरस्कार दिए गए.
अजीत कुमार ने पद्म भूषण से नवाजे जाने पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- 'मैं भारत के राष्ट्रपति से पद्म पुरस्कार लेकर बहुत विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मैं इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं.'
अजीत ने दोस्तों और सीनियर्स को कहा थैंक्यू
अजीत कुमार ने आगे लिखा- 'इस लेवल पर मान्यता मिलना सौभाग्य की बात है और मैं हमारे राष्ट्र में मेरे योगदान की इस उदार स्वीकृति के लिए शुक्रगुजार हूं. साथ ही, मैं इस बात का भी ध्यान रखता हूं कि ये सम्मान सिर्फ मेरे लिए नहीं है, बल्कि कई लोगों की सामूहिक कोशिशों और सपोर्ट का सबूत है. मैं अपने प्रतिष्ठित सीनियर, साथियों और अनकहे दूसरे लोगों सहित फिल्म इंडस्ट्री के सदस्यों को थैंक्यू कहना चाहता हूं. आपकी प्रेरणा, सहयोग और सपोर्ट मेरी जर्नी में अहम रही है, जिसमें दूसरे फील्ड्स में भी मेरे जुनून को आगे बढ़ाना शामिल है.'
'आपका प्यार और सपोर्ट सहारे और शक्ति का...'
एक्टर आगे लिखते हैं- 'मैं सालों से मोटर रेसिंग बिरादरी और स्पोर्ट्स पिस्टल और राइफल शूटिंग कम्यूनिटी के सपोर्ट के लिए भी आभारी हूं. मैं मद्रास मोटर स्पोर्ट्स क्लब (एमएमएससी), फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया (एफएमएससीआई), स्पोर्ट्स डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ तमिलनाडु (एसडीएटी), नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया और चेन्नई राइफल क्लब को उनकी हौसला अफजाई के लिए धन्यवाद देता हूं. मेरे परिवार और दोस्तों, आपका प्यार और सपोर्ट सहारे और शक्ति का जरिया दोनों रहा है.'
'ये अवॉर्ड जितना मेरा है उतना ही आपका भी है'
अजीत कुमार ने पोस्ट के आखिर में अपने पिता को याद किया. उन्होंने लिखा- 'काश मेरे दिवंगत पिता ये दिन देखने के लिए जिंदा होते. फिर भी, मुझे लगता है कि उन्हें इस बात पर गर्व होगा कि मैं जो कुछ भी करता हूं उसमें उनकी भावना और विरासत जिंदा रहती है. अजीत वे आगे अपनी मां और पत्नी को भी शुक्रिया कहा. उन्होंने फैंस से कहा- 'ये अवॉर्ड जितना मेरा है उतना ही आपका भी है.'