अखिलेश के बाद अब मुलायम के विरोध में शिवपाल, बोले-नेताजी चाह लेते तो जेल से रिहा हो जाते आजम खां
अखिलेश के बाद अब मुलायम के विरोध में शिवपाल, बोले-नेताजी चाह लेते तो जेल से रिहा हो जाते आजम खां
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज चल रहे शिवपाल यादव ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेता आजम खान से सीतापुर जेल में मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा आजम खान के लिए संघर्ष करते नहीं दिख रही है, ये बड़े दुर्भाग्य की बात है. प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव और आजम खान के बीच यह मुलाकात करीब सवा घंटे तक चली. इस दौरान उन्होंने आजम के मामले को लेकर सपा को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह की अगुवाई में लोकसभा में आजम का मामला उठाना चाहिए.
आजम खान से मिलकर बोले शिवपाल
शिवपाल यादव ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में सपा के कई सदस्य हैं. अगर सुनवाई न होती तो धरने पर बैठ जाते, प्रधानमंत्री नेता जी की बात जरूर सुनते. क्योंकि वह नेता जी का सम्मान बहुत करते हैं. लेकिन उनकी मदद नहीं हो पायी है. शिवपाल यादव ने कहा कि आजम खान के मुकदमे बहुत छोटे-छोटे हैं, इस पर ध्यान देना चाहिए था. ये बात सपा को याद रखना चाहिए. सीनियर नेता होते हुए भी उनकी मदद नहीं हो पा रही है. मैं आजम खान के साथ हूं.
दो साल से जेल में बंद है आजम
शिवपाल यादव ने कहा कि उचित समय आने पर राजनैतिक निर्णय लिया जाएगा. अभी कहना जल्दबाजी है. आजम के लिए सपा को संघर्ष और आन्दोलन करना चाहिए था. लेकिन नहीं हुआ ये बहुत बड़ा दुर्भाग्य है. इससे पहले आजम खां के समर्थकों द्वारा सपा से मुखर होने के बाद इस मुलाकात के पीछे भी कई मायने निकाले जा रहे हैं. करीब 2 साल से सपा नेता आजम खां सीतापुर जिला कारागार में बंद हैं. उनके साथ उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटा अब्दुल्लाह आजम भी बंद थे. दोनों अब जमानत पर हैं.
आजम के समर्थक भी जता चुके हैं नाराजगी
दो दिन पहले आजम खां के घर पर उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम से रालोद के जयंत चैधरी ने भी मुलाकात की थी. यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि शिवपाल सिंह यादव के साथ ही आजम खां भी इन दिनों अखिलेश यादव को लेकर नाराज चल रहे हैं. शिवपाल यादव तो कई बार सार्वजनिक तौर पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं, जबकि आजम खां ने समर्थकों के माध्यम से अपनी नाराजगी का संदेश दिया है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने जेल में आजम खां के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के साथ ही उनसे काफी देर बात की. इनके बीच यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई जब आजम खां के खेमे से लगातार अखिलेश यादव के खिलाफ नाराजगी के सुर उठ रहे हैं.