जेएनयू में पढ़ती है प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड की बेटी आफरीन फातिमा, चर्चा में शाहीनबाग कनेक्शन
जेएनयू में पढ़ती है प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड की बेटी आफरीन फातिमा, चर्चा में शाहीनबाग कनेक्शन
नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद यूपी में शुक्रवार को नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए. इसके बाद पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने प्रयागराज में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के घर रविवार को बुलडोजर चलाया. कार्रवाई में आफरीन फातिमा का घर भी जमींदोज हुआ है. दरअसल, आफरीन फातिमा जावेद अहमद की बेटी हैं.
आफरीन फातिमा जावेद अहमद की बड़ी बेटी हैं, जो कि दिल्ली में रहती हैं. जानकारी के मुताबिक आफरीन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में पढ़ाई कर रही हैं. इसके साथ ही आफरीन फातिमा जेएनयू में स्टूडेंट यूनियन की काउंसलर हैं. आफरीन ने एंटी CAA प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. शाहीनबाग में आंदोलन के दौरान आफरीन फातिमा जेएनयू से लेकर इलाहाबाद तक सक्रिय रही थीं. साथ ही आफरीन हिजाब बैन के दौरान भी काफी मुखर रही थीं. इतना ही नहीं, जेएनयू की छात्रा आफरीन ने हिजाब बैन के दौरान साउथ इंडिया में कई शहरों का दौरा कर प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया था.
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद मोहम्मद की बड़ी बेटी आफरीन का जन्म प्रयागराज में हुआ था. आफरीन ने ग्रेजुएशन के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दाखिला लिया. जबकि एएमयू से लैंग्विस्टक्स में बीए ऑनर्स और एमए किया. आफरीन AMU में पढ़ाई करने के दौरान ही छात्र राजनीति में सक्रिय हो गई थीं. तभी से वह छात्रों की समस्याओं पर अपने विचार प्रमुखता से जाहिर करती रही हैं.
वहीं, आफरीन फातिमा ने कहा कि वह अपने पिता, मां और बहन की सुरक्षा के लिए बेहद चिंतित हैं. फातिमा ने कहा कि उसे अपने परिवार के सदस्यों के बारे में कोई जानकरी नहीं है कि वे कहां हैं. फातिमा ने दावा किया कि आधी रात को महिलाओं और छोटे बच्चों को जबरदस्ती घरों से निकाला जा रहा था.
प्रयागराज में हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद के घर पर रविवार को बुलडोजर चला. इसके बाद JNU में देर शाम जावेद की बेटी आफरीन फातिमा के समर्थन में प्रदर्शन हुआ. वहीं, एसएसपी ने बताया कि मोहम्मद जावेद की एक बेटी फातिमा जेएनयू में पढ़ती है, जो जावेद को राय देने का काम करती है. अगर वह भी इस मामले में दोषी पाई गई तो दिल्ली पुलिस से संपर्क कर अपनी टीमें वहां भेजकर उसे हिरासत में लिया जाएगा. प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने 95 लोगों के खिलाफ नामजद और पांच हजार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.