आदिमुलपु सुरेश ने कहा कि इसे श्वेत पत्र नहीं, बल्कि पीला पत्र कहें

आदिमुलपु सुरेश ने कहा कि इसे श्वेत पत्र नहीं, बल्कि पीला पत्र कहें

Yellow Paper and not White Paper

Yellow Paper and not White Paper

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

ताडेपल्ली : Yellow Paper and not White Paper: (आंध्र प्रदेश) पूर्व मंत्री और वाईएसआर पार्टी नेता पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी . श्रीआदिमुलपु सुरेश (आईआर एस) ने राजधानी अमरावती पर टीडीपी सरकार के श्वेत पत्र को श्वेत नही जिसे" पीला पत्र " बताकर खारिज कर दिया। 
     मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने श्वेत पत्र जारी करने से पहले राजधानी क्षेत्र में विभिन्न रुकी हुई परियोजनाओं का दौरा किया था। इससे पहले मौजूदा सरकार ने पोलावरम परियोजना पर श्वेत पत्र जारी किया था।

बुधवार को यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सुरेश ने परियोजनाओं पर श्वेत पत्र जारी करने के टीडीपी शासन के कदमों की आलोचना की और कहा कि ये रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित हैं और इनमें सबूतों का अभाव है।

आदिमुलपु सुरेश ने संवाददाताओं से कहा, "वाईएसआरसीपी के पांच साल के शासन के दौरान, वाईएस जगन सरकार ने अमरावती राजधानी क्षेत्र में कई रचनात्मक गतिविधियां कीं। कई सड़कों और इमारतों का निर्माण किया गया और अन्य निर्माण गतिविधियां प्रगति पर हैं।"  वाईएसआरसीपी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संपत्ति बनाने और राजधानी विकसित करने के लिए टिकाऊ मॉडल लागू करने की बात की, लेकिन सवाल यह है कि यह संपत्ति किसे दी जानी चाहिए? उन्होंने कहा कि वाईएस जगन के शासन के दौरान, राजधानी क्षेत्र में बड़ी संख्या में गरीब लोगों को घर की जगह दी गई थी और नायडू से राज्य के लोगों को जवाब देने की मांग की कि उनकी सरकार अमरावती शहर में भूमिहीन गरीबों को जमीन देने में विफल क्यों रही।