पंजाब में जीत के साथ ही राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह पर AAP, जानिए कैसे
पंजाब में जीत के साथ ही राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह पर AAP, जानिए कैसे
चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में इतिहास रच दिया है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी दो तिहाई बहुमत हासिल करने की ओर बढ़ रही है। भारतीय जनता पार्टी ने भले ही कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया हो लेकिन केजरीवाल की पार्टी भी अब इसी राह पर बढ़ती दिख रही है। आप ने पहले दिल्ली को कांग्रेस से छीना और अब पंजाब पर भी कब्जा कर लिया है। विश्लेषकों का मानना है कि केजरीवाल का विजय रथ यही नहीं रुकने जा रहा है। पंजाब में जीत के बाद केजरीवाल ने अपने भविष्य के प्लान की ओर इशारा भी कर दिया है। आइए जानते हैं आप का मिशन इंडिया का प्लान.....
पंजाब चुनाव परिणाम से ठीक पहले केजरीवाल ने साल 2024 में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन का नेता बनने के बारे में पूछे जाने पर कहा था, 'मैं आंकड़े नहीं समझता हूं, मैं केवल एक चीज जानता हूं। मैं अपने देश का विकास देखना चाहता हूं। पिछले सात वर्षों में हमने यह साबित कर दिया है कि देश के स्कूलों को बेहतर बनाया जा सकता है। गरीबी को खत्म किया जा सकता है। अस्पतालों की सूरत को बेहतर किया जा सकता है। पिछले 70 साल इन पार्टियों ने हमारे देश को जानबूझकर पिछड़ा रखा था। ये पार्टियां हालात को सुधारें ताकि हमारी जरूरत नहीं रहे नहीं तो फिर लोग हमारे लिए वोट करते रहेंगे।'
'आप' देश के कई क्षेत्रीय दलों से आगे निकली
अरविंद केजरीवाल साल 2013 में दिल्ली की राजनीति के मैदान में उतरे थे। आप ने दिल्ली के चुनाव में 70 में से 28 सीटें जीती थीं। इसके बाद से केजरीवाल लगातार अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को बढ़ा रहे हैं। पंजाब में जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी ने अपने ऊपर लगे दिल्ली केंद्रीत पार्टी के ठप्पे को भी मिटा दिया है। यही नहीं अब आप की दो राज्यों में सरकार बन जाएगी जिससे वह कई अन्य क्षेत्रीय दलों बीएसपी, समाजवादी पार्टी, बीजू जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, डीएमके, एआईडीएमके से आगे निकल गई है।
कांग्रेस, बीजेपी और वामदलों के बाद आम आदमी पार्टी ही एक ऐसी पार्टी जिसकी दो राज्यों में पूर्ण बहुमत की सरकार है। आप की इस जीत से राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आना तय है। इस पूरे चुनाव को आप ने दिल्ली की तर्ज पर केजरीवाल के जोरदार प्रचार के साथ लड़ा था। पंजाब की जीत में आप नेता राघव चड्ढा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आप ने अपनी साल 2017 की गलती को सुधारते हुए इस बार चुनाव में भगवंत मान को अपना सीएम चेहरा बनाया। आप के राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना वास्तव में एक दुर्लभ मौका है।
केजरीवाल की कोशिश, अब गुजरात फतह
विश्लेषकों का मानना है कि अगर आप ने अगले 5 साल तक अपने आपको मजबूत रखना जारी रखा तो यह इस बात का संकेत होगा कि आप राष्ट्रीय स्तर पर उभरने का संकेत दे रही है। उन्होंने कहा कि साल 2024 तक बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होने जा रहा है। कांग्रेस अभी भी बीजेपी के खिलाफ मुख्य विपक्षी पार्टी बनी रहेगी। आप राष्ट्रीय स्तर पर अपने पैर फैलाना चाहती है लेकिन अभी उसमें अभी समय लगेगा। आप नेता राघव चड्ढा दावा करते हैं कि आप स्वतंत्र भारत में सबसे तेजी से बढ़ती पार्टी है और कांग्रेस का स्वाभाविक और राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प है। आप के निशाने पर अब पीएम मोदी का गृहराज्य गुजरात है जहां वह बहुत तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रही है। गुजरात में इस साल के आखिर में चुनाव है और आप वहां मैदान में उतर सकती है। केजरीवाल की कोशिश है कि गुजरात में भी कांग्रेस की जगह ली जाए।