AAP has shown loyalty to India alliance, now it is Congress's turn!

सुगबुगाहट: आप ने निभाई इंडिया गठबंधन की वफादारी अब कांग्रेस बारी !

AAP has shown loyalty to India alliance, now it is Congress's turn!

AAP has shown loyalty to India alliance, now it is Congress's turn!

AAP has shown loyalty to India alliance, now it is Congress's turn!- चंडीगढ़/पंचकूला (आदित्य शर्मा)। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब की बार राजनीतिक दलों का आपसी गठजोड़ कुछ नया गुल खिला सकता है। लोकसभा चुनाव मंे भी कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला था। देश में इंडिया गठबंधन की घोषणा होते ही हरियाणा की राजनीति के समीकरण बदलना शुरू हो गए थे। अब विधानसभा चुनाव में भी राजनीतिक गठबंधन से हलचल मच रही है। लोकसभा चुनाव में किए वादे अब नेताओं को फिर से याद आना शुरू हो गए हैं।

प्रदेश में 90 विधानसभा हलकों मंे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अपने अपने उम्मीदवारों के साथ फिर से मैदान में हैं। दोनों पार्टियों मंे भले ही अबकी बार गठबंधन न हो मगर लोस चुनावों में किए वादों की पार्टी नेताओं को बार बार याद सता रही है। सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव की रणनीति विधानसभा चुनाव मंे भी विरोधियों पर भारी पड़ सकती है। ऐसी सुगबुगाहट है कि आम आदमी पार्टी इंडिया अलायंस की वफादारी निभाने के बाद कांग्रेस को घेरने के मूड  में   कतई नहीं दिखाई दे रही है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर और इंडिया गठबंधन के बैनर तले आम आदमी पार्टी ने कुरूक्षेत्र से 1 सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया। कांग्रेस चुनाव लड़कर 5 सीटें जीतने में कामयाब रही जबकि आप कुरूक्षेत्र में आम आदमी पार्टी धमाल मचाने से चूक गई। इंडिया अलायंस के सुशील गुप्ता को 5,13,154 मत हासिल हुए थे, जो विपक्षी पार्टियों के लिए चुनौती से कम नहीं थे। लोकसभा चुनाव के इस प्रदर्शन को ढाल बना कर आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के रण में उतरने की ठानी है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही आम आदमी पार्टी ने भी सभी 90 सीटों पर नए चेहरों को फील्ड में उतार दिया है।  फिलहाल इस पर ना तो कांग्रेस और न ही आम आदमी पार्टी ने खुल कर कोई प्रतिक्रिया दी है।

दिल्ली और पंजाब मॉडल बने ढाल

हालांकि, शुरू से ही आप का मॉडल बने दिल्ली और पंजाब की राजनीति से जुड़े नेताओं ने हरियाणा की राजनीति को लेकर अपनी रणनीति मंे बदलाव जरूर किया है। हरियाणा के कोने में आम आदमी पार्टी की ओर से दोनों राज्यों में आप सरकार के मॉडल पेश किए जा रहे हैं। देश में इंडिया गठबंधन बनने के बाद हरियाणा में ठीक लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने भी अपनी नीतियों में बदलाव किया था। हाल ही में पंचकूला में हुए एक अधिवेशन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा में 5 वादों के साथ प्रदेश की राजनीति में फिर से एंट्री की। उसी दिन से आम आदमी पार्टी की तरफ से ताबड़तोड़ रैलियां की जा रही हैं। पंचकूला से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रेम गर्ग का कहना है कि  वे इंडिया एलायंस के अपने नतीजों से बेहद उत्साहित है और जनता के बीच उसी जोश को बरकरार रखते हुए रण भेदने की तैयारी कर चुके हैं। जिस तरह आप ने हरियाणा मंे कांग्रेस के साथ जीतोड़ मेहनत की है अब कांग्रेस को भी आप पार्टी को साथ लेकर चलाना चाहिए।