शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष द्वारा 500 करोड़ रूपये के आबकारी घोटाले को बेनकाब करने के बाद आप पार्टी की सरकार घबरा गई और उनके खिलाफ बेबुनियादा आरोप लगाने लगी: शिरोमणी अकाली दल
शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष द्वारा 500 करोड़ रूपये के आबकारी घोटाले को बेनकाब करने के बाद आप पार्टी की स
वरिष्ठ अकाली नेताओं ने आप पार्टी के मंत्री कुलदीप धालीवाल पर कोटकपूरा गोलीकांड मामले को प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया
चंडीगढ़/26अगस्त: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने आज कहा है कि पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल द्वारा 500 करोड़ रूपये के आबकारी घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद आप पार्टी की सरकार घबरा गई और यही कारण है कि ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल ने कोटकपूरा फायरिंग मामले में अकाली दल अध्यक्ष के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए वरिष्ठ नेताओं प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा,सिकंदर सिंह मलूका और विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा , ‘‘ यह स्पष्ट मामला है कि मंत्री एक मामले को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी जांच चल रही है। आप पार्टी की सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदलाखोरी की भावना से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के नक्शेकदम पर चल रही है।
अकाली नेताओं ने कहा कि मंत्री ने घोषणा की है कि मंत्री ने जांच पूरी होने से पहले ही घोषणा कर दी कि कोटकपूरा गोलीकांड मामले में सरदार सुखबीर सिंह बादल दोषी हैं। ‘‘ क्या वह इस मामले में जांच अधिकारी हैं? ऐसा लगता है कि आप पार्टी की सरकार वरिष्ठ नेताओं को धोखाधड़ी से फंसाने के लिए पुलिस अधिकारियों पर दबाव डालना चाहती है’’। नेताओं ने एसआईटी प्रमुख से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या उन्हे मामलेे में अकाली दल अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं को फंसाने के निर्देश दिए गए हैं।
यह कहते हुए कि धालीवाल के बयान से संकेत मिलता है कि आप पार्टी की सरकार बदलाखोरी की राजनीति पर आमादा है, वरिष्ठ नेताओं ने कहा , ‘‘ सरदार सुखबीर सिंह बादल अभी तक मामले की जांच में शामिल नही हुए हैं और एसआईटी ने उन्हे 30 अगस्त को तलब किया है, लेकिन आप पार्टी की सरकार ने पहले ही अपना फैसला सुना दिया है। उन्होने कहा कि ऐसा इस तथ्य के बावजूद किया जा रहा है कि किसी भी कमिशन यहां अदालत ने सरदार सुखबीर सिंह बादल को पुलिस फायरिंग यां बरगाड़ी बेअदबी मामले से संबंधित किसी भी मामले में दोषी ठहराया नही गया था, जिसमें उन्हे क्लीन चिट मिली थी।
प्रो. चंदूमाजरा, स. मलूका तथा स. वल्टोहा ने कहा कि धालीवाल के बयान के बाद पूर्व आईजी और आप पार्टी विधायक कुवंर विजय प्रताप सिंह ने नाराजगी जताई, जिन्होने पहले पुलिस बल में सेवा करते हुए वरिष्ठ अकाली नेताओं को फंसाने की पूरी कोशिश की थी। उन्होने कहा कि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने कोटकपूरा फायरिंग मामले में एसआईटी द्वारा दायर सभी आरोप पत्रकों को खारिज करते हुए पूर्व आईजी की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था। उन्होने कहा, ‘‘ यह सच्चाई है कि कुंवर विजय प्रताप को इससे सहमत होना चाहिए। उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को कुंवर विजय प्रताप के बिना एक नई एस आईटी का पुनर्गठन करने का भी निर्देश दिया था।
प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि आप पार्टी की सरकार अकाली दल अध्यक्ष के खिलाफ झूठे आरोप लगा रही है, क्योंकि अकाली दल ने पूरे आबकारी घोटाले को बेनकाब किया है और विस्तार से बताया कि कैसे चुनिंदा लाइसेंसधारियों का लाभ दोगुना करके और रिश्वत लेकर सरकारी खजाने से 500 करोड़ लूटे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ अकाली दल दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद राघव चडडा सहित आप पार्टी के आलाकमान के इशारे पर राज्य के खजाने को लूटने वाले सभी लोगों को सजा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नही हटेगा। हम उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगें और पंजाब के राज्यपाल से घोटाले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आदेश देने का भी आग्रह करेंगें। हमें विश्वास है कि इस घोटाले में शामिल आप पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता जल्द ही सलाखों के पीछे होंगें’’।