चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए वोटिंग आज; AAP-CONG गठबंधन बनाम BJP की लड़ाई, नगर निगम का इलाका छावनी बना, पुलिस अलर्ट
AAP-Cong Alliance vs BJP Chandigarh Mayor Chunav 2024 Voting Today
Chandigarh Mayor Chunav 2024: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशानुसार चंडीगढ़ में आज (30 जनवरी) सुबह 10 बजे से मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। मेयर के चुनाव के बाद सीनियर डिप्टी मेयर और फिर डिप्टी मेयर के लिए वोट डाले जाएंगे। चुनाव में AAP-CONG गठबंधन और BJP के बीच सीधा मुक़ाबला है। वहीं बवाल को देखते हुए नगर निगम का इलाका छावनी बना दिया गया है। नगर निगम और आसपास चंडीगढ़ पुलिस के जवान बड़ी संख्या में तैनात हैं।
दरअसल, पिछले दिनों चुनाव को लेकर नगर निगम में भारी बवाल हो चुका है। मालूम रहे कि पहले मेयर चुनाव 18 जनवरी को होना था। लेकिन ऐन मौके पर चुनाव अधिकारी की बीमारी का हवाला देकर चुनाव टाल दिया गया था। जिसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने बीजेपी पर चुनाव रुकवाने का आरोप लगाया और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया। जहां हाईकोर्ट ने मेयर चुनाव के लिए 30 जनवरी की अगली तारीख तय की थी। हालांकि, प्रशासन 6 फरवरी को मेयर चुनाव करवाना चाहता था। मगर हाईकोर्ट ने प्रशासन की तारीख पलट दी थी.
आप-कांग्रेस गठबंधन की जीत होते हुए दिख रही
आंकड़ों के हिसाब से अगर हार-जीत की बाजी देखें तो साफ़तौर पर आप-कांग्रेस गठबंधन की जीत होते हुए दिख रही है और बीजेपी अपनी सत्ता खोते हुए। दरअसल, गठबंधन के पास पार्षदों के कुल 20 वोट हैं। जबकि बीजेपी के पास अकेले दम पर पार्षद वोटों की संख्या 14 ही है, हालांकि सांसद के एक वोट के साथ यह संख्या 15 हो जाती है। लेकिन फिर भी गठबंधन से 5 वोटों का अंतर है। ऐसे में बीजेपी के लिए मेयर पद या सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का पद हासिल करना मुश्किल है। लेकिन बीजेपी का कहना है कि मेयर वह ही बनाएगी।
क्रॉस वोटिंग से जीतेगी BJP?
बीजेपी के पास मेयर चुनाव में बहुमत नहीं है लेकिन बीजेपी दो तरीकों से जीत हासिल कर सकती है। एक या तो क्रॉस वोटिंग हो जाए, या फिर वोटों का इनवैलिड हो जाना। दरअसल वोट डैमेज घोषित होने से भी चुनाव रिजल्ट पर प्रभाव पड़ता है। डैमेज वोट की गिनती नहीं की जाती और उसे इनवैलिड करार दे दिया जाता है। फिलहाल चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बहुमत के लिए कुल 18 वोटों की जरूरत है और बीजेपी के पास 15 वोट हैं। अगर ऐसे में 3 से 4 वोटों की क्रॉस वोटिंग होती है तो फिर बीजेपी की जीत तय है। हालांकि, खबर यह है कि बीजेपी ज़ोर लगाकर भी आप और कांग्रेस पार्षदों को तोड़ नहीं पाई है। आप-कांग्रेस गठबंधन के पार्षद एकजुट हैं। बीजेपी पार्षदों को तोड़ न पाये इसके लिए आप-कांग्रेस के पार्षद शहर से बाहर ही रखे गए।
बीजेपी 2016 से लगातार नगर निगम की सत्ता में काबिज
बीजेपी 2016 से लगातार नगर निगम की सत्ता में काबिज है। यानि 8 सालों से चंडीगढ़ में बीजेपी का ही मेयर बन रहा है। ऐसे में अगर इस बार बीजेपी की हार हो जाती है तो सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश में बीजेपी की हार का संदेश जाएगा जो कि सबसे बड़ी और सत्ता धारी पार्टी बीजेपी कतई नहीं होने देना चाहती। ज्ञात रहे कि, मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। इस चुनाव में जनता वोट नहीं करती है। जनता द्वारा चुने हुए पार्षद इस चुनाव में वोट डालते हैं। मेयर चुनाव में सांसद का वोट भी पड़ता है।
AAP-CONG गठबंधन के उम्मीदवार
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में AAP-CONG गठबंधन से कुलदीप कुमार टीटा को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है. कुलदीप कुमार आप पार्षद हैं। इसके अलावा सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गाबी और निर्मला देवी मैदान में हैं। ध्यान रहे कि, गठबंधन के पहले मेयर पद के कांग्रेस उम्मीदवार जसबीर बंटी के नामांकन वापस लेने को लेकर काफी बवाल हुआ था। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई थी। साथ ही चंडीगढ़ पुलिस और पंजाब पुलिस भी आमने-सामने थी।
मेयर चुनाव के लिए BJP उम्मीदवार
मेयर चुनाव के लिए बीजेपी ने मेयर पद के लिए मनोज सोनकर, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए कुलजीत संधू और डिप्टी मेयर पद के लिए रजिन्दर शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। मालूम रहे कि पिछले साल वार्ड नंबर- 11 से पार्षद और बीजेपी नेता अनूप गुप्ता चंडीगढ़ के 29वें मेयर चुने गए थे। अनूप गुप्ता ने वार्ड नंबर- 21 से आम आदमी पार्टी के पार्षद और मेयर उम्मीदवार जसवीर सिंह लाडी को हराया था। पिछले साल 17 जनवरी को मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए चुनाव हुआ था।