Aaj Ka Panchang, 14 October 2024 : आज द्वादशी तिथि का क्षय, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang, 14 October 2024 : आज द्वादशी तिथि का क्षय, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

Aaj Ka Panchang 14 October 2024

Aaj Ka Panchang 14 October 2024

Aaj Ka Panchang: आज 14 अक्टूबर 2024 को अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और सोमवार है. ये दिन भोलेनाथ (shivji) को समर्पित है.सोमवार के व्रत में व्रतियों को सुबह नहा धोकर भोलेनाथ की पूजा का संकल्प लेना चाहिए और फिर घर के मंदिर के आगे चौकी स्थापित करके शिव भगवान और मां पार्वती की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें. महादेव का अभिषेक करें और मालपुए या खीर का भोग लगाएं. मान्यता है इससे महादेव प्रसन्न होकर मनोकामनाएं पूरी करते हैं.

आर्थिक समस्या है तो सोमवार को शिव रक्षा स्त्रोत का पाठ करें. साथ ही कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर दान करने से घर में धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं.  आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 14 October 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahu kaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi).

आज का पंचांग, 14 अक्टूबर 2024 (Calendar 14 October 2024)

तिथि द्वादशी (14 अक्टूबर 2024, सुबह 06.41 - 15 अक्टूबर 2024, सुबह 03.42)
पक्ष शुक्ल
वार सोमवार
नक्षत्र शतभिषा
योग गण्ड
राहुकाल सुबह 07.48 - सुबह 09.14
सूर्योदय सुबह 06.21 - शाम 05.53
चंद्रोदय दोपहर 3.56 - प्रात: 3.41, 15 अक्टूबर
दिशा शूल पूर्व
चंद्र राशि कुंभ
सूर्य राशि कन्या

शुभ मुहूर्त, 14 अक्टूबर 2024 (Shubh Muhurat)

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.37 - सुबह 05.26
अभिजित मुहूर्त सुबह 11.45 - दोपहर 12.31
गोधूलि मुहूर्त शाम 06.07 - शाम 06.31
विजय मुहूर्त दोपहर 02.17 - दोपहर 03.06
अमृत काल मुहूर्त शाम 06.09 - रात 07.37
निशिता काल मुहूर्त रात 11.44 - प्रात: 12.33, 13 अक्टूबर

14 अक्टूबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)

  • यमगण्ड - सुबह 10.40 - दोपहर 12.07
  • गुलिक काल - दोपहर 01.33 - दोपहर 02.59
  • विडाल योग - प्रात: 12.43 - सुबह 06.22, 15 अक्टूबर
  • भद्रा काल - सुबह 6.21 - सुबह 06.41
  • पंचक काल - पूरे दिन

आज का उपाय

आज के दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करना अच्छा माना जाता है. कहते हैं इससे परिवार में सुख शांति का वास होता है और महादेव की कृपा से संतान प्राप्तिकी कामना पूरी होती है.