बारिश में भरभराकर गिरा दो मंजिला मकान, लाखों का नुकसान, सकुशल बचे परिवार के लोग
Two-Storey House Collapsed in the Rain
मकान में अचानक आई दरार से पानी गिरते देख भागे परिवार के लोग
फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Two-Storey House Collapsed in the Rain: बल्लभगढ के यमुना तीरे बसे गांव चांदपुर में बारिश के दौरान गुरूवार तडके दो मंजिला मकान भरभराकर गिर पडा। इससे लाखों रूपये का सामान मलबे में दब गया। शुक्र है मकान में आई दरार से पानी गिरते देख परिवार के लोग घर में सो रहे बच्चों को लेकर बाहर भाग लिए। इससे सभी लोग सकुशल बच गए। अन्यथा, बहुत बडी घटना घट सकती थी।
यमुना से मात्र 200 मीटर दूरी पर बसे गांव चांदपुर में रोहताश, विरेंद्र, संजीत व श्रवण सभी चार भाई करीब पांच वर्ष पुराने दो मंजिला मकान में मिलकर रहते हैं। यहां पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है। परिवार के बच्चे व महिलाएं समेत 20 से अधिक सदस्य इस मकान में सोए हुए थे। तडके चार बजे कुछ सदस्य पशुओं को चारा डालने के लिए जाग पडे। जबकि बच्चे समेत अन्य सदस्य सोए हुए थे । करीब पांच बजे संजीत का 10 वर्षीय बेटा सुमित जिस चारपाई पर सोया हुआ था, वहां अचानक पानी की तेज धार गिरनी शुरू हो गई। उसने शोर मचाया तो परिवार के लोग मकान में आई अचानक दरार को देख घबरा गए। उस समय तेज बारिश हो रही थी। परिवार के लोगों ने शोर मचाकर सभी को बाहर निकलने को कहा। भागो भागो का शोर सुनकर परिवार के सदस्य जैसे ही बाहर निकले, उसी समय दो मंजिला मकान भरभराकर गिर पडा। इससे मकान का कुछ मलबा पशुओं के चारा के लिए बनाए गए कोठे पर भी जा गिरा। इससे वह भी पूरी तरह टूट गया। इस घटना के बाद गांव के काफी संख्या में लोग मौके पर जा पहुंचे। पडोसियों ने बेघर हुए पीडित परिवार को अपने यहां ठहराकर उनके खाने की व्यवस्था की है।
बेघर हुआ परिवार बारिश में बिलखता रहा, प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
अपनी आंखों के सामने देखते ही देखते रोहताश व उसके भाइयों का मकान मलबे के ढेार में तब्दील हो गया। बेघर हुआ परिवार बारिश में बिलखता रहा। इस परिवार में दो बेटियां शादी के योग्य हैं, ऐसे में इस परिवार के लिए गहरा संकट खडा हो गया है कि आखिर अब वे बेटियों की शादी कैसे कर पाएंगे या फिर मलबे के ढेर में तब्दील हुए मकान को कैसे बना पाएंगे? यह सोच परिवार के लोगों का बुरा हाल था। हालांकि गांव के सरपंच सूरजपाल भूरा ने इन्हें भरोसा दिलाया है कि वे पीडित परिवार के पूरी तरह साथ हैं। इन्हें जिला प्रशासन से मिलवाएंगे, ताकि नुकसान की कुछ भरपाई कराई जा सके। इये लेकर वह खुद जिला उपायुक्त से मिलकर इनका दुखडा सुनाएंगे। भूमिहीन इस परिवार के पास आमदनी का भी कोई जरिया नहीं हे। खबर लिखे जाने तक स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है।
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