कालका के टैक्सी ऑपरेटरस का शिष्टमंडल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय बंसल एडवोकेट के नेतृत्व में पूर्व डिप्टी सीएम चंद्र मोहन से मिला
Delegation of Taxi Operators from Kalka
टैक्सी चालकों ने कहा हिमाचल प्रदेश की एंट्री फीस वोल्वो बस के समान करने पर टैक्सी ऑपरेटर का कारोबार होगा चौपट
पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को पत्र लिखकर टैक्सियों को वोल्वो बस की श्रेणी में ना रख साधारण श्रेणी में रखने की सिफारिश की
एक सितंबर से हिमाचल एंट्री फीस बढ़ाने से कालका के 400 टैक्सी ऑपरेटर होंगे प्रभावित - विजय बंसल एडवोकेट
कालका, 16 सितंबर 2023। Delegation of Taxi Operators from Kalka: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा गत एक सितंबर से वोल्वो बस और टैक्सी की हिमाचल प्रदेश में एंट्री फीस बढ़ाकर प्रतिदिन 5000 रुपए करने से कालका के लगभग 400 टैक्सी ऑपरेटर्स का कारोबार प्रभावित हुआ है।
इसी विषय पर कालका-शिमला हिमाचल टैक्सी ऑपरेटर स्टैंड के टैक्सी ऑपरेटरस का एक शिष्टमंडल प्रदेश कांग्रेस पूर्व सचिव विजय बंसल एडवोकेट के नेतृत्व में पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन से उनके निवास पर मिला और एक ज्ञापन देकर हिमाचल एंट्री फीस में टैक्सी चालकों को राहत दिलाने की मांग की है। शिष्टमंडल में विजय बंसल एडवोकेट के साथ कालका टैक्सी स्टैंड के प्रधान एव पूर्व पार्षद कुलविंदर शंटी, पूर्व पार्षद दविंदर शौकिया जैन और एनएसयूआई राष्ट्रीय संयोजक दीपांशु बंसल एडवोकेट, श्यामलाल सोमनाथ, सोनू, मोनू सहित अन्य टैक्सी चालक भी मौजूद थे।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने एक सितंबर 2023 से हिमाचल प्रवेश पर वोल्वो बस और टैक्सी दोनों वाहनों की एंट्री फीस प्रतिदिन 500 रुपए से बढ़ाकर 5 हजार रुपए कर दी है। फिलहाल कालका से शिमला जाने पर टैक्सी का चार सवारियों का किराया लगभग 3500 रुपए प्रति चक्कर है यदि इसमें हिमाचल एंट्री फीस 5000 जोड़ दी जाती है तो किराया बढ़ाकर 8500 रुपए हो जाएगा।
विजय बंसल और कुलविंदर शंटी ने चंद्रमोहन को जानकारी देते हुए बताया कि कालका-शिमला हिमाचल टैक्सी ऑपरेटर स्टैंड में लगभग 400 टैक्सी छोटी गाड़ियां हैं जो सन 1972 से आज तक कालका से हिमाचल प्रदेश के लिए चल रही है इन 400 टैक्सी चालकों के परिवारों का पालन-पोषण हिमाचल प्रदेश में जाने वाले पर्यटकों पर ही निर्भर है। उन्होंने बताया कि सभी टैक्सी चालक रोजगार के मामले में हिमाचल से जुड़े हुए हैं और बुकिंग के लिए दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब में उनके बुकिंग ऑफिस हैं जहां से अधिकतर पर्यटकों को हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए प्रेरित करते हैं जितना अधिक सैलानी हिमाचल प्रदेश में जाएगा उतना ही हिमाचल प्रदेश सरकार के पर्यटन उद्योग और टैक्सी चालकों को लाभ मिलता है। लेकिन अब हिमाचल प्रदेश में एंट्री टैक्स वोल्वो गाड़ी और साधारण गाड़ियों का टैक्स एक ही श्रेणी में रखा गया है जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने बताया वोल्वो गाड़ियां प्रतिदिन हिमाचल प्रदेश में आती जाती हैं लेकिन टूरिस्ट की बुकिंग के बाद ही उनकी टैक्सी हिमाचल में प्रवेश करती है जिससे उनकी टैक्सियों से हिमाचल प्रदेश की एचआरटीसी बस सर्विस को कोई नुकसान नहीं होता।
विजय बंसल ने कहा कि टैक्सी का जो एंट्री टैक्स बढ़ाया गया है इसका बोझ हिमाचल प्रदेश में जाने वाले टूरिस्ट को ही अदा करना पड़ेगा जिससे भविष्य में हिमाचल प्रदेश में जाने वाले टूरिस्ट हिमाचल प्रदेश की बजाय उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर के अन्य हिल स्टेशनों का रुख करेंगे। जिसका नुकसान टैक्सी ऑपरेटर सहित हिमाचल की होटल इंडस्ट्री और हिमाचल के टूरिस्ट से जुड़े हुए अन्य उद्योगों पर पड़ेगा।
शिष्टमंडल की मांग पर पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन ने हिमाचल के डिप्टी सीएम एव परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री को पत्र लिखकर टैक्सी, छोटी गाड़ियों को वोल्वो बस की श्रेणी से अलग कर टैक्सी को साधारण श्रेणी में रखकर केंद्रीय कर नीति के अनुसार टैक्सी चालकों से पुरानी 500 रुपए एंट्री फीस लेने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हिमाचल प्रदेश में पर्यटन मजबूत होगा बल्कि टैक्सी ड्राइवर, वाहन मालिकों और उनके परिवारों पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा जो अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर हैं।
यह पढ़ें:
Himachal : जिला में 17 सितम्बर से 2 अक्तूबर तक चलाया जाएगा आयुष्मान भव अभियान