दिल से जुड़ी बीमारियों से महफूज रहने के लिए रंग-बिरंगी सब्जी और फलों को बनाएं डाइट का हिस्सा
दिल से जुड़ी बीमारियों से महफूज रहने के लिए रंग-बिरंगी सब्जी और फलों को बनाएं डाइट का हिस्सा
बात जब दिल को चुस्त-दुरुस्त रखने की आती है तो सबसे पहली सलाह जो सुनने को मिलती है वो है तली-भुनी चीज़ों और जंक फूड से बिल्कुल दूर रहें। जो आप भी जानते हैं कि मुश्किल है। सीमित मात्रा में किसी भी चीज़ का सेवन नुकसानदायक नहीं होता। परेशानी तब बढ़ जाती हैं जब हम इनकी अति कर देते हैं। तो हार्ट को हैप्पी रखने के लिए बहुत ज्यादा पाबंदियां लगाने के बजाय अपने खानपान के पैटर्न को सुधारने पर फोकस करें। कैसे, क्या करना है आइए जानते हैं।
वजन कंट्रोल में रखकर दिल की बीमारियों के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तो इसके लिए हफ्ते में 3 दिन का वक्त जरूर निकालें वर्कआउट के लिए। कॉर्डियो, योग, पिलाटे, जुंबा जो आपके बस का हो, टाइम निकालकर इसे जरूर करें।
अपनी मनपसंद सब्जियों के अलावा उन सब्जियों को भी डाइट का हिस्सा बनाएं जिनमें भरपूर मात्रा में न्यूट्रिशन होते हैं जैसे- हरी सब्जियां। ये कई गंभीर बीमारियों को रोकने में मददगार होते हैं। फलों का जूस पीने के बजाय उन्हें साबुत खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
बॉडी में प्रोटीन की पूर्ति के लिए पनीर, दूध, फलियां, नट्स, सोयाबीन, दालें, चना और मटर का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। प्रोटीन के साथ ये फाइबर के भी अच्छे स्त्रोत हैं। साथ ही इससे वजन और मोटापा भी नहीं बढ़ने पाता।
सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स, चिप्स, फ्रेंच फ्राइज में बहुत ज्यादा चीनी/नमक होता है जो हार्ट ही नहीं स्किन के लिए भी बहुत हानिकारक चीज़ है। ये डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर जैसी कई बीमारियों की वजह बन सकता है। नमक (सोडियम क्लोराइड) का ब्लड प्रेशर के साथ सीधा संबंध है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पॉलीअनसैचुरेटेड फैट वाले ऑयल सेहत के लिए बेहतर होते हैं। इनमें सोयाबीन, कॉर्न, सनफ्लॉवर और अलसी तेल शामिल हैं। ये कॉर्डियोवेस्कुलर जोखिमों को 30 परसेंट तक कम कर देते हैं जबकि ट्रॉपिकल तेल जैसे नारियल और पाम तेल से एचडीएल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल दोनों में बढ़ोतरी होती है इसलिए इन्हें खाना अवॉयड करना चाहिए।