पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीने की राह दिखाते हैं ये अनमोल विचार

पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीने की राह दिखाते हैं ये अनमोल विचार

पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीने की राह दिखाते हैं ये अनमोल विचार

पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीने की राह दिखाते हैं ये अनमोल विचार

दिल्ली। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को उत्तर प्रदेश राज्य के इलाहाबाद में हुआ था। उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य पर नेहरू जी के सम्मान हेतु बाल दिवस मनाया जाता है। इतिहासकारों की मानें तो पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से अगाध स्नेह था। इसके चलते बच्चे उन्हें चाचा कहकर पुकारते हैं और उनके जन्मदिन पर बाल दिवस मनाया जाता है। भारत की आजादी में चाचा नेहरू का अहम योगदान रहा है। इसके लिए विश्व पटल पर चाचा नेहरू की गिनती शीर्ष नेताओं में की जाती है। नेहरू जी के अनमोल विचार आज भी युवाओं के लिए प्रासंगिक हैं। आइए, बाल दिवस पर चाचा नेहरू के अनमोल विचार जानते हैं-

1.

बच्चे बगीचे में कलियों की तरह हैं और उनका ध्यान से और प्यार से लालन पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के भविष्य और कल के नागरिक हैं।

2.

सफलता अक्सर उन लोगों के पास आती है जो कार्य करने की हिम्मत करते हैं। यह शायद ही कायरो के पास जाती हैं, जो परिणामों से डरता है।

3.

समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया , और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है।

4.

एक पूंजीवादी समाज की शक्तियों को अगर अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो वे अमीर को और अमीर तथा गरीब को और गरीब बना देती हैं।

5.

15.ईमानदार और कार्यकुशल बड़े लक्ष्य के लिए काम करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान न मिले, अंतत: उसका फल मिलता है।

6.

संकट और गतिरोध जब होते हैं तो उनसे कम से कम यह लाभ होता है, कि वे हमें सोचने के लिए मजबूर करते है |

7.

जो व्यक्ति सफल हो जाता है वह हर चीज फिर शांति और व्यवस्था के लिए चाहता है.

8.

हम वास्तविकता में क्या हैं यह अधिक मायने रखता है बजाय इसके कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं।

9.

हमें असफलता तभी मिलती है जब हम अपने उद्देश्य,आदर्श और सिद्धांतो को भूल जाते है।

10.

हमारी सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि हम चीजों के बारे में बातें ज्यादा करते हैं और काम बहुत कम।