आगरा के शहीद पृथ्वी की अंतिम विदाई: फूलों से सजे वाहन में आया पार्थिव शरीर, श्रद्धांजलि में उमड़ा आंसुओं का सैलाब
आगरा के शहीद पृथ्वी की अंतिम विदाई: फूलों से सजे वाहन में आया पार्थिव शरीर, श्रद्धांजलि में उमड़ा आं
आगरा। भगवान टाकीज चौराहे से लेकर दयालबाग मार्ग तक कहीं कतारों में तो कहीं झुंड में खड़े हजारों युवाओं के आंखों में आंसू हैं। हाथों में तिरंगा, जुबां पर भारत माता की जय और वंदे मातरम का नारा है। भगवान टाकीज से दयालबाग का करीब एक किलोमीटर का मार्ग भारत माता की जय और जब तक सूरज चांद रहेगा, पृथ्वी तेरा नाम रहेगा के नारों से गूंज रहा है। जिले के दूर-दराज ग्रामीण इलाकों से लेकर आसपास जिलों तक के लोग शनिवार को पृथ्वी सिंह चौहान को श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं।
एयरफोर्स स्टेशन से इस वाहन में शहीद के पार्थिव शरीर को विदाई दी गई है।
एयरफोर्स स्टेशन आगरा पर पार्थिव शरीर को केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल, डीएम पीएन सिंह, एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के साथ एयरफोर्स के वरिष्ठ अफसरों ने शहीद पृथ्वी सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की है। पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे एयरफोर्स के फूलों से सजे वाहन में पार्थिव शरीर को रखकर न्यूआगरा स्थित सरन नगर में पृथ्वी सिंह के आवास पर भेजा जा रहा है। एयरफोर्स स्टेशन पर गेट के बाहर भी लोगों का हुजूम है। खेरिया मोड़ पर भी लोग इंतजार कर रहे थे, वाहन के गुजरने पर यहां भी पृथ्वी सिंह अमर रहें के नारे लगाए गए।
इधर न्यूआगरा में शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह के घर पर भी सैकड़ों की संख्या में लोग डटे हैं। इरादत नगर डूडीपुरा के रहने वाले हरिओम सिकरवार सड़क दुर्घटना में घायल होने के कारण दस दिन से बिस्तर पर पड़े थे। मगर, उनके कदम खुद ब खुद सरन नगर की ओर बढ़ चले। हरिओम जैसे सैकड़ों युवा जो पृथ्वी सिंह से कभी मिले नहीं थे, हेलीकाप्टर क्रैश से पहले उनका नाम नहीं सुना था। वह सभी सरन नगर पृथ्वी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। कासगंज की रहने वाली फौजी की बेटी गीता पाल न्यू आगरा काम के सिलसिले में आई थीं। यहां हादसे में पृथ्वी सिंह के निधन का पता चला तो वह श्रद्धांजलि देने पहुंच गई। भीड़ पार्थिव शरीर के सरन नगर पहुंचने का इंतजार कर रही थी।
श्रद्धांजलि देने पहुंचे बोले युवा
पृथ्वी की हेलीकाप्टर क्रैश में निधन का पता चला तो दिल में ऐसी आग लगी कि श्रद्धांजलि देने के लिए इरादत नगर से यहां चला आया।
अजीत परमार
पृथ्वी से आज तक नहीं मिला हूं, लेकिन हादसे में उनके निधन का पता चला तो सारे काम छोड़कर आगरा के लाल को श्रद्धांजलि देने आ गया।