खुद का जन्म कराने वाले डॉक्टर पर लड़की ने दर्ज कराया केस, देखें पूरा मामला
The girl filed a case against the doctor who gave birth to herself
नई दिल्ली। अपने ही जन्म के 20 साल बाद एक लड़की ने अपनी मां की डिलीवरी करने वाले डॉक्टर पर मुकदमा ठोक दिया है। इस लड़की ने हर्जाने की मांग की तो यह मामला कोर्ट में पहुंच गया। इतना ही नहीं कोर्ट ने इस मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए लड़की के समर्थन में आदेश दिया है। न्यायाधीश ने फैसला सुनाते हुए डॉक्टर को हर्जाना भरने का आदेश दिया है। इसके बाद यह मामला दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया।
दरअसल, यह घटना ब्रिटेन की है। 'डेली मेलÓ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस लड़की का नाम एवी टूम्ब्स है। यह लड़की जन्म से ही एक बीमारी से पीडि़त थी, इस बीमारी का नाम लिपोमाइलोमेनिंगोसेले है। डॉक्टरों की मुताबिक, यह एक तरह की दिव्यांगता है जिसे मेडिकल साइंस की भाषा में स्पाइना बिफिडा के नाम से भी जाना जाता है। इसी बीमारी की वजह से लड़की ने डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज कराया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस लड़की का जन्म 2001 में हुआ था। लड़की का कहना है कि अगर उनकी मां के डॉक्टर चाहते तो उसे इस दुनिया में आने से रोक सकते थे क्योंकि उन्हें पता था कि पेट में पल रहे बच्चे को यह बीमारी हो चुकी है। लड़की का आरोप है कि यह सब जानने के बावजूद भी डॉक्टर ने उसकी मां को सही सलाह नहीं दी थी। लड़की ने कुछ समय पहले डॉक्टर पर मां को दवा के संबंध में सही सलाह देने में नाकाम रहने के लिए मुकदमा दायर किया था।
लड़की का यह भी कहना है कि डॉक्टर के सही सलाह नहीं देने की वजह से वह इस बीमारी के साथ पैदा हुई। अगर डॉक्टर ने मां को गर्भावस्था के दौरान सही दवा सलाह दी होती तो वह आज सामान्य लोगों की तरह जिंदगी जी रही होती। लड़की अब बीस साल की हो गई और उसने डॉक्टर पर मुकदमा करते हुए हर्जाना मांगा था।
यह मामला कोर्ट में भी पहुंच गया था। इस मामले में इस मामले में लंदन उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया, जिसमें माना गया कि अगर उसकी मां को ठीक से सलाह दी जाती, तो वह गर्भावस्था देरी से धारण करती। इसलिए डॉक्टर को हर्जाना भरना होगा। यह मामला अब पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस हिम्मत के लिए लड़की की तारीफ भी कर रहे हैं।