सुनील गावस्कर का कंधा बना सहारा, मयंक ने शतक जड़ा करारा, द्रविड़ के गुरु मंत्र का भी चला जादू

सुनील गावस्कर का कंधा बना सहारा, मयंक ने शतक जड़ा करारा, द्रविड़ के गुरु मंत्र का भी चला जादू

सुनील गावस्कर का कंधा बना सहारा

सुनील गावस्कर का कंधा बना सहारा, मयंक ने शतक जड़ा करारा, द्रविड़ के गुरु मंत्र का भी चला जादू

नई दिल्ली। भारतीय ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक लगाया। जब पहले दिन का खेल खत्म हुआ तब मयंक अग्रवाल 120 रन बनाकर नाट आउट थे। उन्होंने खेल के पहले दिन 246 गेंदों का सामना किया और 3 छक्के व 14 चौकों की मदद से ये पारी खेली। मुंबई टेस्ट के पहले दिन खेली अपनी नाबाद 120 रन की पारी के दम पर मयंक अग्रवाल ने एक बड़ा रिकार्ड अपने नाम कर लिया और अब वो वानखेड़े स्टेडियम पर भारत की तरफ से न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए। मयंक ने जिस परिस्थिति में ये पारी खेली वो तारीफ के काबिल है। 

मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर मयंक अग्रवाल से पहले भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकार्ड सुनील गावस्कर ने नाम पर दर्ज था। भारत और न्यूजीलैंड के बीच साल 1976 में पहला टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच में गावस्कर ने 20 चौकों की मदद से 119 रन बनाए थे और भारत को 162 रन से जीत मिली थी। इसके बाद ये रिकार्ड अब तक कायम था, लेकिन अब 34 साल के बाद भारतीय ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने गावस्कर का यह रिकार्ड न्यूजीलैंड के खिलाफ 120 रन बनाते हुए तोड़ दिया। 

मुंबई टेस्ट मैच के पहले दिन की बात करें तो मयंक ने शुभमन गिल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी कर टीम को अच्छी शुरुआत दी, लेकिन इसके बाद गिल 44 रन की पारी खेलकर आउट हो गए। फिर 80 रन के स्कोर पर ही टीम इंडिया का दूसरा विकेट पुजारा के तौर पर गिरा जो शून्य पर आउट हो गए तो वहीं 80 रन पर ही भारत ने फिर से तीसरा विकेट कप्तान कोहली के रूप में गंवा दिया। कोहली भी इस मैच में अपना खाता नहीं खोल पाए। इसके बाद मयंक ने चौथे विकेट के लिए श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर 80 रन की साझेदारी की, लेकिन एक बार फिर से 160 रन पर श्रेयस भी 18 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद मयंक ने साहा के साथ पांचवें विकेट के लिए अच्छी साझेदारी करते हुए टीम को पहले दिन का खेल खत्म होने तक 221 के स्कोर तक पहुंचाया।