गठबंधन की राजनीति में सपा-रालोद का लिटमस टेस्ट आज, एक मंच पर होंगे अखिलेश और जयंत
गठबंधन की राजनीति में सपा-रालोद का लिटमस टेस्ट आज, एक मंच पर होंगे अखिलेश और जयंत
मेरठ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की भले ही अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक दलों के बीच जोड़-तोड़ के साथ गठजोड़ भी जारी है। समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन के साथ ही सीट को लेकर औपचारिक घोषणा से पहले ही दोनों दलों की मेरठ में मंगलवार को संयुक्त रैली है।
मेरठ में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी की इस रैली को लेकर लोगों में सक्रियता काफी बढ़ गई है। संयुक्त रैली को सपा मुखिया अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी संबोधित करेंगे। दोनों पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दबथुवा में होने वाली रैली की सफलता के लिए पूरी ताकत लगा दी है। दोनों दल के बीच प्रस्तावित गठबंधन की संयुक्त परिवर्तन संदेश रैली दोनों नेताओं की उपस्थिति वाली पहली जनसभा है। इस जनसभा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के पहुंचने की संभावना है।
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र शर्मा ने बताया मंगलवार को होने वाली रैली से प्रदेशभर में सपा और रालोद के गठबंधन का संदेश जाएगा। बेरोजगारी, महंगाई, किसानों को फसल का सही दाम न मिलना जैसे मुद्दों को लेकर यह रैली की जा रही है। यही प्रदेश में परिवर्तन की बुनियाद बनेगी। क्षेत्रीय अध्यक्ष चौधरी यशवीर सिंह ने कहा कि मेरठ की धरती से गठबंधन के नेतृत्व में परिवर्तन की जो आंधी चलेगी वह लखनऊ होते हुए 2024 में दिल्ली तक जाएगी। रालोद जिला अध्यक्ष मतलूब गौड़ ने बताया कि रैली के माध्यम से समाज में भाईचारे का संदेश दिया जाएगा। 36 बिरादरियों के लोग दोनों नेताओं को पगड़ी पहनाएंगे। दो मंच बनाए गए हैं। मुख्य मंच 80 X 20 वर्ग फीट का और दूसरा मंच 36 X16 वर्गफीट है। 30 बीघे के मैदान में रैली का आयोजन किया जा रहा है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व रालोद सुप्रीमो जयंत सिंह एक साथ हिंडन एयरपोर्ट से रैली स्थल तक हेलिकाप्टर से आएंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह ने बताया कि रागिनी की भी व्यवस्था रहेगी।
दबथुवा के बुबुकपुर में मेरठ-करनाल हाईवे पर रैली के कारण जाम से निपटने के लिए पुलिस ने कंकरखेड़ा फ्लाईओवर से नानू पुल तक रूट डायवर्ट कर दिया है। लोगों को शामली व अन्य जगह से आने वाले लोगों को मेरठ जाने के लिए अन्य मार्ग का सहारा लेना होगा। सीओ आरपी शाही ने बताया कि रैली होने के चलते कंकरखेड़ा फलाईओवर से नानू पुल तक का रूट मंगलवार सुबह से डायवर्ट रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था व यातायात व्यवस्था को दस डिप्टी एसपी, बीस इंस्पेक्टर व 20 सब इंस्पेक्टर सहित कांस्टेबल व पीएसी, तैनात रहेंगे। वहीं, रालोद प्रदेश मीडिया संयोजक सुनील रोहटा ने बताया कि यातायात व्यवस्था बनाने के लिए 200 कार्यकर्ता तैनात रहेंगे।
रैली में आने वाले समर्थकों के लिए करीब नौ पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। वहीं, एसडीएम सूरज पटेल ने निरीक्षण के दौरान पदाधिकारियों को पार्किंग स्थल के बोर्ड लगाने सहित अन्य निर्देश दिए।