एनएमसीएच में 84 जूनियर डॉक्टरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव, दहशत में अस्पताल कर्मी
एनएमसीएच में 84 जूनियर डॉक्टरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव, दहशत में अस्पताल कर्मी
राज्य के विभिन्न जिलों में हो रहे हैं कोरोना विस्फोट
पटना (बिहार) : बिहार के विभिन्न जिलों में हो रहे कोरोना विस्फोट से, दहशत और हड़कम्प का माहौल कायम होने लगा है। ताजा मामला एनएमसीएच का है, जहाँ एक साथ 84 जूनियर डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। बता दें कि कल शनिवार को एनएमसीएच में 12 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और सोमवार को 84 डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिले हैं। एनएमसीएच में अब तक कुल 96 डॉक्टर संक्रमित हो गये हैं। गौरतलब है कि एक साथ इतने सारे डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने से ना केवल स्वास्थ्य व्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ेगा बल्कि इससे आमलोगों के बीच भी खौफ का मंजर कायम होगा
बताना लाजिमी है कि कुल 194 डॉक्टरों की आटीपीसीआर जाँच हुई थी, जिसमें कुल 84 जूनियर डॉक्टर संक्रमित मिले हैं। शनिवार और रविवार मिलाकर, अब तक कुल 96 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव हो गयी है। एक साथ 96 डॉक्टरों के संक्रमित होने से एनएमसीएच के स्वास्थ्य व्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। इसे लेकर एनएमसीएच प्रशासन ने सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। जिसमें कई फैसले लिए जाने की उम्मीद है। एनएमसीएच के नॉडल अफसर डॉ. मुकुल ने इस बात की जानकारी, हमें दी है। गौरतलब है कि एनएमसीएच में शनिवार को 75 डॉक्टरों का रैपिड एंटीजन टेस्ट हुआ था। जिसमें 12 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पॉजिटिव रिपोर्ट आने वालों में रेजिडेंट डॉक्टर, पीजी, शिशु रोग विभाग व अन्य विभागों के डॉक्टर व इंटर्न भी शामिल थे। दीगर बात है कि बीते 27 और 28 दिसंबर को दो दिवसीय डॉक्टरों का सम्मेलन, पटना में हुआ था। आईएमए का 96 वां नेशनल कॉन्फ्रेंस पटना के बापू सभागार में आयोजित किया गया था। आईएमए के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में, देश भर से आए 5 हजार से अधिक चिकित्सक शामिल हुए थे। इस मौके पर नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की ताजपोशी हुई थी। डॉ. सहजानंद सिंह नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गये थे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बिहार के कई मंत्री भी, इस सम्मेलन में शामिल हुए थे। इस मौके पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय समेत कई गणमान्य मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि जिन डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उसमें से ज्यादातर डॉक्टर आईएमए के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यह बात भी निकल कर सामने आ रही है कि कार्यक्रम के दौरान डॉक्टरों ने कोराना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया था। इसी का नतीजा है कि अब तक 96 डॉक्टरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। एक साथ इतने डॉक्टरों के संक्रमित होने से एनएमसीएच में हड़कंप मचा हुआ है। जाहिर सी बात है कि इसका सीधा असर एनएमसीएच की स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा है। यही नहीं, आगे की जाँच में कितने डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मी, कोरोना पोजेटिव पाए जाएंगे, इस पर फिलवक्त कयास लगाना बेमानी है। वैसे, इससे ईतर बिहार के विभिन्न जिलों में हो रहे कोरोना विस्फोट ने, सरकार और सिस्टम की नींद हराम करना शुरू कर दिया है।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह