Rail roko agitation of farmers ends in Punjab, tracks will be empty at 4 o'clock

पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन खत्म, 4 बजे ट्रैक हो जाएंगे खाली

पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन खत्म, 4 बजे ट्रैक हो जाएंगे खाली

Rail roko agitation of farmers ends in Punjab, tracks will be empty at 4 o'clock

अमृतसर। दिल्ली बॉर्डर से किसान आंदोलन खत्म होने के बाद भी किसानों की पंजाब सरकार से नाराजगी कुछ समय के लिए टल गई है। 8 दिन के बाद किसान शाम 4 बजे तक रेलवे ट्रैक खाली कर देंगे। ट्रेन रोको आंदोलन के कारण उत्तर भारत की ट्रेनें बुरी तरह से प्रभावित हो गई थी। लेकिन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के आश्वासन के बाद रेल रोको आंदोलन को 4 जनवरी तक के लिए मुल्तवी कर दिया गया है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर की आज दोपहर ही चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से बैठक के बाद यह फैंसला लिया गया है।

सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मिलने के लिए जाने से पहले किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा था कि वह मुख्यमंत्री के समक्ष किसानों की मांगों को लेकर जा रहे हैं। कई मुद्दों पर पंजाब सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया, जिसके चलते किसानों को रेलवे ट्रैक पर जाकर बैठना पड़ा। बैठक के बाद सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि किसानों की अधिकतर मांगों को मान लिया गया है। बासमती का मुआवजा 12 हजार से बड़ा 17 हजार कर दिया जाएगा। 5 एकड़ तक जमीन वालों का 2 लाख तक का कर्ज माफी होगी। शहीद परिवारों को भी किए गए वायदे पूरे होंगे। वहीं पंधेर ने कहा कि इन मांगों को लागू करने के लिए सरकार के पास 4 जनवरी तक का समय है। इसके बाद अगर सरकार ने वायदे पूरे नहीं किए तो फिर संघर्ष शुरु कर दिया जाएगा।

रेल रोको आंदोलन के कारण उत्तर भारत में ट्रेनें पूरी तरह से प्रभावित हुईं। किसान जंडियाला-मानावाला ट्रैक, जालंधर-पठानकोट रेल मार्ग, टांडा उड़मुड़ फिरोजपुर ट्रैक और अमृतसर-खेमकरण रेल मार्ग पर बैठे हुए हैं, जो शाम 4 बजे तक उठ जाएंगे। ट्रेनें ना चलने के कारण लाखों का सामान रेलवे स्टेशन पर फंस गया है, जिन्हें रेल गाडिय़ों या माल गाडिय़ों के माध्यम से दूसरे राज्यों तक भेजा जाना है।