चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: शांत शहर ,देखें कौन से बूथ संवेदनशील घोषित

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: शांत शहर ,देखें कौन से बूथ संवेदनशील घोषित

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: शांत शहर

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: शांत शहर ,देखें कौन से बूथ संवेदनशील घोषित

अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा
चंडीगढ़, 17 दिसंबर।
चंडीगढ़ में नगर निगम चुनावों के मद्देनजर कुल 694 बूथों में से 215 को चुनाव आयोग ने संवेदनशील घोषित किया है। संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस तैनाती की जा रही है हालांकि आयोग की दलील है कि चंडीगढ़ में चुनावों का इतिहास हिंसा या गड़बड़ी वाला नहीं रहा लिहाजा ज्यादा दिक्कत वाली बात नहीं है।
    चुनाव आयोग के सचिव संदीप मिश्रा ने बताया कि इस बार आयोग की ओर से जो नई चीज की गई है वह यह है कि चुनावी खर्च पर नजर रखने और इसका हिसाब किताब रखने के लिए इंडियन रेवेन्यू सर्विस के तीन अधिकारी लगाए गए हैं। ये अधिकारी सभी प्रत्याशियों के चुनाव खर्चे पर लगातार नजर रख रहे हैं। यहां बता दें कि इस बार चुनाव में 5 लाख तक चुनाव खर्चे की सीमा रखी गई है। शहर में कुल 694 बूथ बनाये गए हैं जिसमें से 215 बूथों को चुनाव आयोग की ओर से संवेदनशील घोषित किया गया है। चुनाव आयोग के सेक्रेटरी संदीप मिश्रा ने बताया कि पुलिस, ऑब्जर्वर, प्रशासन व चुनाव आयोग के अधिकारी आपस में मिलकर तय करते हैं कि कौन कौन से इलाकों में संवेदनशील बूथ हैं। इस मर्तबा 215 बूथ संवेदनशील घोषित किए गए हैं। यहां पुलिस का पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस बल इन संवेदनशील बूथों पर तैनात किया जाएगा। इसके आदेश चंडीगढ़ प्रशासन को चुनाव आयोग की ओर से दे दिए गए हैं। संदीप मिश्रा के मुताबिक जहां ज्यादा आबादी है या जहां कालोनियों या गांव का इलाका है वहां संवेदनशील बूथों की ज्यादा संखया है। बाकि चंडीगढ़ का चुनावी इतिहास देखें तो यहां कभी कोई हिंसा या गड़बड़ी की बड़ी वारदात नहीं हुई। हमेशा चुनाव शांतिप्रिय ढंग से संपन्न हुए। यहां बता दें कि कुछ समय पूर्व 13 गांवों को चंडीगढ़ नगर निगम में शामिल किया गया था। ग्रामीण अंचल होने के चलते यहां भी कई बूथ संवेदनशील हो सकते हैं क्योंकि इन गांवों में किसान मौजूद हैं जो हाल ही में केंद्र सरकार के साथ सीधे टकराव में थे और हाल ही में बड़ा आंदोलन जीते हैं। भाजपा तो मान रही है कि किसान वर्ग उनके हक में वोट करेगा लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि किस और इनका वोट गिरता है। 

 


प्रशासन ने 22 से 24 दिसंबर व 27 दिसंबर को ड्राई-डे घोषित किया
नगर निगम चुनाव के मद्देनजर शहर के डीसी विनय प्रताप सिंह ने 22 से 24 दिसंबर और 27 दिसंबर को ड्राई-डे घोषित किया है। इस संबंध में उन्होंने आदेश जारी कर दिया है और सख्ती से इसकी पालना के आदेश दिए हैं। आदेश के अनुसार 22 दिसंबर से 24 दिसंबर तक पूरे दिन ड्राई-डे रहेगा। 27 नवंबर को मतगणना के पूरे दिन भी ड्राई-डे रहेगा। शहर में इन दिनों किसी भी प्रकार की शराब एवं अन्य मादक द्रव्यों की न तो बिक्री होगी और न ही किसी होटल, रेस्तरां, दुकान, सार्वजनिक एवं निजी स्थल इत्यादि में इनकी बिक्री अथवा वितरण की अनुमति होगी। आदेश का उल्लंघन करने पर दोषी को छह माह तक का कारावास अथवा दो हजार रुपये तक जुर्माना या दोनों सजाएं हो सकती हैं।