पंजाब के एडवोकेट जनरल ने एपीएस दयोल ने फोड़ा अब नया

पंजाब के एडवोकेट जनरल ने एपीएस दयोल ने फोड़ा अब नया राजनीतिक बम

पंजाब के एडवोकेट जनरल ने एपीएस दयोल ने फोड़ा अब नया

पंजाब के एडवोकेट जनरल ने एपीएस दयोल ने फोड़ा अब नया राजनीतिक बम

 कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लिया आड़े हाथ,  नवजोत सिंह सिद्धू न   केवल पंजाब की ही कांग्रेस सरकार बल्कि एडवोकेट जनरल के आफिस के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।

-उनकी ओर से लगातार दिये जा रहे बयान पंजाब सरकार के नशों से जुड़े मामलों और बेअदबी के मामले में अड़चन पैदा कर रहे हैं जिससे न केवल पटरी से गाड़ी उतर रही है बल्कि न्याय की आस में बैठी जनता को भी ठेस पहुंच रही है

चंडीगढ़, ६ नवंबर (साजन शर्मा)
मौका दीवाली का है और पंजाब की राजनीति में नित नये धमाके हो रहे हैं। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रेस कल्ब में पत्रकार वार्ता कर अपनी ही    सरकार व मुखयमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा था और अपना इस्तीफा वापिस लेने की घोषणा की के साथ कहा था कि ९० दिन की सरकार के ५० दिन गुजर गए, एजी और डीजी को कब बदलेंगे। शनिवार को पंजाब के एडवोकेट जनरल एपीएस दयोल ने नवजोत सिंह सिद्धू को आड़े हाथ लिया। उन्होंने प्रेस के नाम जारी पत्र में कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू न केवल पंजाब की ही  कांग्रेस सरकार बल्कि एडवोकेट जनरल के आफिस के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं। उनके    लगातार दिये जा रहे बयान पंजाब सरकार के नशों से जुड़े मामलों और बेअदबी के मामले में  अड़चन पैदा कर रहे हैं जिससे न केवल पटरी से गाड़ी उतर रही है बल्कि न्याय की आस में बैठी जनता को भी ठेस पहुंच रही है। नवजोत सिंह सिद्धू अपने राजनीतिक फायदे के लिए व
अपने विरोधियों पर दबाव बनाने के मकसद से मीडिया व  पबिलक प्लेटफार्म पर लगातार          गलतबयानी कर रहे हैं। यह कांग्रेस पार्टी को अपने निहित स्वार्थ के लिए बर्बाद कर रहे हैं और पार्टी की छवि खराब करने में लगे हैं। आगामी पंजाब विधानसभा के चुनावों में अपने स्वार्थी व निहित राजनीतिक मकसद को पूरा करने के लिए एडवोकेट जनरल, पंजाब के आफिस की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। भले ही यह बयान एडवोकेट जनरल एपीएस दयोल की ओर से जारी किया गया हो लेकिन राजनीतिक पंडित मान रहे हैं कि चूंकि नवजोत सिंह सिद्धू अब सीधे सीधे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह को निशाने पर ले रहे हैं लिहाजा एडवोकेट जनरल आफिस की ओर से उन्हीं के कहने पर यह प्रतिक्रिया जारी हुई है। नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान कहा था कि अगर नशे के सौदागरों पर कार्रवाई करने से पंजाब सरकार के पांव      कांपते हैं तो यह काम उन्हें सौंप दें। वह यह काम करके दिखाएंगे। उन्होंने सरकार व मुखयमंत्री को सीधे सीधे चुनौती दी थी कि सरकार एसआईटी द्वारा तैयार रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करके दिखाए। उन्होंने ये भी कहा कि वर्तमान डीजीपी इकबालप्रीत सिंह सहोता को २०१५ में एफआईआर दर्ज होने के बाद तत्कालीन डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने एसआईईटी का प्रमुख बनाया था। सैनी का सीधा संपर्क पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल से था। तब     इकबालप्रीत सहोता ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी। डीजीपी सैनी के साथ साथ बेअदबी व फायरिंग करने वाले इस मामले में साफ साफ बच गए और आज तक दोषियों को सजा नहीं मिल पाई। सिद्धू ने कहा था कि दोषियों को सजा दिलाने का वादा कर सत्ता में लौटी कांग्रेस व पंजाब सरकार आगामी विधानसभा चुनावों में कैसे लोगों को मुंह दिखाएगी? उन्होंने ये भी कहा कि वह पीपीसीसी के दफतर जाकर तभी काम संभालेंगे जब नए एडवोकेट जनरल की तैनाती हो जाएगी।