प्रियंका गांधी ने महिलाओं में भरा जोश, कहा- सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे
प्रियंका गांधी ने महिलाओं में भरा जोश, कहा- सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे
चित्रकूट। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने चित्रकूट के रामघाट पर महिला संवाद में पार्टी की नौ प्रतिज्ञाओं को दोहराया और महिला सुरक्षा के लिए कमीशन गठन की घोषणा भी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज ना करने वाला पुलिस अधिकारी दस दिन में सस्पेंड होगा और छह सदस्यीय एक कमीशन का भी गठन कराया जाएगा। इस कमीशन में सभी सदस्य महिलाएं होंगी, जिसमें दो पूर्व जज, दो एनजीओ से जुड़ी समेत विभिन्न कार्यक्षेत्र से होंगी। उन्होंने एक कविता सुनकार महिलाओं की शक्ति जगाने का प्रयास किया...। वह बोलीं- सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद न आएंगे, कबतक आस लगाओगी तुम बिके हुए अखबारों से, कैसी रक्षा मांग रही हो दु:शासन के दरबारों से...
रामघाट पर नावों पर बनाए गए मंच पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू मौजूद रहे। प्रियंका ने खाद की लाइन में किसानों की मौत और आत्महत्या की बात करते हुए प्रदेश की स्थिति बेहद खराब बताया। कहा, ऐसी पीड़ा से गुजरने वाले परिवार में सबसे ज्यादा महिलाओं को बोझ उठाना पड़ता है। सरकार में महंगाई का बोझ बढ़ा है, ढाई सौ रुपये में तेल बिक रहा है और एक हजार में सिलेंडर मिल रहा है। इस सरकार ने महिलाओं को तोहफे में एक सिलेंडर देकर बाद में एक हजार में खरीदने को छोड़ दिया। ऐसी सरकार को महिला शक्ति पहचान नहीं है और उन्हें आगे नहीं आने देना चाहती है। कहा, कोरोना काल में भी देखा होगा पलायन करने वाले परेशान लोगों के लिए बसें नहीं थी लेकिन अब 19 तारीख को मोदी जा रहे हैं तो उनके लिए लोगों को लाने के लिए बसें आ रही हैं। मैंने यहां देखा कि पानी की बहुत समस्या है, एक नल पर दस परिवार निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को आगे आने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। महिलाएं आगे नहीं आएंगी तो आगे नहीं बढ़ेंगी, इसीलिए विधानसभा चुनाव में चालीस प्रतिशत महिलाओं को होना चाहिए। महिला बेहतर समझ रखती है, चाहे कहीं भी। काम करके घर पर आकर महिला पूरी जिम्मेदारी से काम करती है। इसलिए एक महिला ही एक महिला के लिए बेहतर नीतियां बना सकती है, जबतक महिलाओं की पूरी भागीदारी नहीं मिलेगी तबतक ऐसा नहीं होगा। कहा, आधी आबादी है तो अभी पार्टी ने चालीस प्रतिशत की भागीदारी से शरुआत की है। लोकसभा में आधी भागीदारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जबतक हम खुद बदलने की नहीं ठानेंगे तबतक बदलाव नहीं होगा।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की नौ प्रतिज्ञाएं गिनाईं। कहा, किसानों का कर्जा माफ होगा, गेहूं और धान 2500 रुपये में खरीदा जाएगा और गन्ना किसान को चार सौ दिया जाएगा। प्रदेश में बिजली के बिल आधे किए जाएंगे, कोरोना काल में काम धंधा बंद होने वाले छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के बिलों को माफ किया जाएगा। कोरोना के समय आर्थिक मार उठा चुके गरीब परिवारों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। बीस लाख सरकारी रोजगार कार्ड बनवाएंगे, जिसमें चालीस प्रतिशत महिलाओं को जाएंगे। कार्ड के जरिए कोई भी बीमारी होगी तो दस लाख रुपये तक मुफ्त इलाज मिलेगा। छात्राओं को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे ताकि उसे आनलाइन कोर्सेस के जरिए पढ़ाई और सुरक्षा में मददगार होगा। किसी समस्या पर घर में तत्काल सूचना दे सकेंगी।
छात्राओं को स्कूटी देेने की प्रतिज्ञा करती है, इससे पढ़ाई करने के लिए दूर जाने में समस्या नहीं होगी। महिलाओं के लिए सरकारी बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी जाएगी। आरक्षित सरकारी पदों में महिलाओं के लिए चालीस प्रतिशत का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत मिली कि विधवा पेंशन बहुत कम मिल रही है तो उसे एक हजार रुपये तक बढ़ाया जाएगा। आशा बहू और आंगनबाड़ी का मानदेय दस हजार रुपये प्रतिमाह होगा और अतिरिक्त कार्य का अलग से मेहनताना दिया जाएगा। प्रदेश में हर जिले में केंद्रीय विद्यालय की तर्ज पर सिर्फ लड़कियों के लिए 75 पाठशालाएं स्थापित होंगी, जहां पढ़ाई के साथ रोजगारपरक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
महिला कमीशन गठित होगा
एक महिला के सवाल पर उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न होने पर दस दिन तक यदि एफआइआर दर्ज नहीं होती है तो दोषी पुलिस कर्मी का सस्पेंशन किया जाएगा। इसके अलावा छह सदस्यीय महिला कमीशन का गठन किया जाएगा, जिसे में हर क्षेत्र से जुड़ी महिला सदस्य शामिल होंगी। इसमें दो पूर्व जज, दो एनजीओ और अन्य क्षेत्र की महिलाएं होंगी।