25 साल पहले के पासआउट विद्यार्थी मिलकर सुधारेंगे स्कूल की सूरत

25 साल पहले के पासआउट विद्यार्थी मिलकर सुधारेंगे स्कूल की सूरत

25 साल पहले के पासआउट विद्यार्थी मिलकर सुधारेंगे स्कूल की सूरत

25 साल पहले के पासआउट विद्यार्थी मिलकर सुधारेंगे स्कूल की सूरत

आईआईटी पैटर्न पर स्पोट्र्स स्कूल में खुलेगी कंप्यूटर व लैंग्वेज लैब 

पुराने विद्यार्थियों ने मिलकर बनाई 'राई फाउंडेशन', गरीब बच्चों की आर्थिक मदद भी करेंगे 

आस्ट्रेलिया, कनाडा, यूएस सहित कई देशों में सैटल हैं यहां के विद्यार्थी, मिलकर चलाएंगे मुहिम

चंडीगढ़, 9 जनवरी। एक वक्त रैंकिंग के मामले में देहरादून के दून पब्लिक स्कूल से भी आगे रहे मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोट्र्स राई (सोनीपत) की दशा-दिशा फिर से बदलने जा रही है। स्कूल को स्थाई प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर (पीएंडडी) भी मिल चुका है और अब पुराने विद्यार्थी भी मिलकर स्कूल में सुधार के लिए नई शुरूआत कर रहे हैं। 1995 के पासआउट विद्यार्थियों ने मिलकर 'राई फाउंडेशन' की नींव रखी है। 
इतना ही नहीं, यहां के नये पीएंडडी कनर्ल अशोक मोर भी 1989 में इसी स्कूल के पासआउट विद्यार्थी हैं। पिछले दिनों स्कूल में हुई एलुमनी मीट में 1996 के पासआउट विद्यार्थी यहां इक_े हुए और सभी ने मिलकर स्कूल के लिए काम करने का फैसला लिया है। पहले चरण में यहां आईआईटी पैटर्न पर कंप्यूटर लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, आधुनिक सुविधाओं से लैस लैंग्वेज लैब भी स्थापित होगी। जगह का प्रबंध स्कूल करेगा और बाकी खर्चा ये विद्यार्थी मिलकर उठाएंगे। 
इस बाबत वे स्कूल के प्रिंसिपल कर्नल अशोक मोर से बात भी कर चुके हैं। स्कूल में यह अपनी तरह की पहली कोशिश होगी। इतना ही नहीं, इन पूर्व विद्यार्थियों ने स्कूल में पढऩे वाले गरीब बच्चों की आर्थिक मदद का भी फैसला लिया है। स्कूल में पढ़ रहे सात बच्चों की फीस का खर्चा वहन करके ये विद्यार्थी राई फाउंडेशन की शुरूआत कर चुके हैं। आस्ट्रेलिया में रियल एस्टेट का बिजनेस करने वाले यहां के विद्यार्थी रहे बॉकी लाकड़ा फाउंडेशन की अगुवाई कर रहे हैं। 
राई फाउंडेशन में शामिल हुए पुराने विद्यार्थियों में कई सरकारी नौकरियों में हैं तो कुछ अपना बिजनेस कर रहे हैं और कुछ प्राइवेट सेक्टर में अच्छे ओहदों पर हैं। बेंगुलरु, गुरुग्राम सहित देश के अन्य हिस्सों व विदेशों में भी इस बैच के विद्यार्थी सैटल हैं। अहम बात यह है कि ये सभी पूर्व विद्यार्थी नियमित रूप से एक-दूसरे के टच में हैं। सभी ने मिलकर राई फाउंडेशन का गठन किया है। बेशक, जिस समय ये विद्यार्थी यहां पढ़ रहे थे, उस समय में 

हमारे लिए यह खुशी की बात है कि स्कूल के पूर्व विद्यार्थियों ने स्पोट्र्स स्कूल में कंप्यूटर व लैंग्वेज लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है। पुराने छात्रों की इस पहल से स्कूल आगे बढ़ेगा और विद्यार्थियों को इससे नई दिशा मिलेगी। मैं तो खुद 1989 में इसी स्कूल से पासआउट हूं। स्कूल में खेल के साथ शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। 
-कर्नल अशोक मोर, प्रिंसिपल एंड डायरेक्टर, स्पोट्र्स स्कूल राई।