पंजाब विधान सभा चुनाव 2022ः ’सोशल मीडिया मोनिटरिंग’ विषय पर वर्कशॉप का आयोजन
पंजाब विधान सभा चुनाव 2022ः ’सोशल मीडिया मोनिटरिंग’ विषय पर वर्कशॉप का आयोजन
सी.ई.ओ. पंजाब द्वारा डी.पी.आर.ओज़ को लोगों को वोट के अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का अधिक से अधिक प्रयोग करने के निर्देश
सहायक प्रोफ़ैसर डॉ. रूबल कनौजिया ने सोशल मीडिया पर नज़र रखने, जाली खबरों को रोकने के लिए नुक्ते किये सांझे
चंडीगढ़, 7 जनवरीः
सोशल मीडिया के नयी चुनौती के तौर पर उभरने से पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सी.ई.ओ.) डा. एस. करुणा राजू ने आज सभी ज़िला लोक संपर्क अधिकारियों (डीपीआरओज़) के लिए ’सोसल मीडिया मोनिटरिंग’ विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया जिससे आगामी पंजाब विधान सभा चुनाव-2022 के दौरान जाली खबरों को रोकने और पैड न्यूज की पहचान में उनकी मदद की जा सके।
केंद्रीय यूनिवर्सिटी, बठिंडा के सहायक प्रोफ़ैसर डॉ. रूबल कनौजिया, जोकि गलत सूचनाएँ और झूठी खबरों के खोजकर्ता होने के साथ-साथ सोसल मीडिया विश्लेषक भी हैं, इस वर्कशॉप के मुख्य प्रवक्ता थे।
सी.ई.ओ डा. राजू ने मीटिंग की शुरूआत करते हुये डी.पी.आर.ओज़ के साथ उनके सम्बन्धित जिलों में चल रही स्वीप गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने डी.पी.आर.ओज़ को यह भी कहा कि वह न सिर्फ़ रिवायती मीडिया जैसे कि इन्डोर और आउटडोर इश्तिहारों और प्रैस नोटों का प्रयोग करके अधिक से अधिक लोगों को अपने वोट के अधिकार के बारे जागरूक करें, बल्कि उनको सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए भी कहा।
डॉ. रूबल कनौजिया ने बाद में डी.पी.आर.ओज़ को अलग-अलग सोशल मीडिया टिप्स और टूलज़ के बारे जानकारी दी, जो विधान सभा चुनाव के दौरान अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल होने वाली जाली खबरों, वायरल खबरों और पैड न्यूज पर नज़र रखने में डीपीआरओज़ की मदद करेंगे।
ज़िक्रयोग्य है कि चुनाव के दौरान अखबारों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया की खबरों पर नज़र रखने के लिए गठित मीडिया सर्टीफिकेशन एंड मोनिटरिंग कमेटीज (ऐमसीऐमसी) में डीपीआरओज़ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।