ऑपरेशन सेल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की योजना बना रहे इंटरस्टेट गैंग के पांच शातिर आरोपियों को किया काबू

ऑपरेशन सेल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की योजना बना रहे इंटरस्टेट गैंग के पांच शातिर आरोपियों को किया काबू

ऑपरेशन सेल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की योजना बना रहे इंटरस्टेट गैंग के पांच शातिर आरोपियों को किया काबू

ऑपरेशन सेल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की योजना बना रहे इंटरस्टेट गैंग के पांच शातिर आरोपियो

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। यूटी पुलिस का अहम विभाग माने जाने वाला और एक्टिव ऑपरेशन सेल पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती डालने की योजना बना रहे बिहार के रहने वाले इंटर स्टेट गैंग के पांच शातिर आरोपियों को गिरफ्तार करने में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पकड़े गए शातिर आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने वारदात के समय इस्तेमाल करने वाले एक देसी कट्टा जिंदा कारतूस, कमानीदार चाकू, खुखरी और तलवार बरामद की है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मामले का किंगपिन सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला 27 साल का भुवनेश्वर पासवान ,21 साल का रोशन कुमार, 24 साल का राजन सिंह ,24 साल का शिवम कुमार और 30 साल का सुनील कुमार पासवान के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक पता चला कि 24 दिसंबर को शहर में होने जा रहे हैं नगर निगम चुनाव को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस पूरी तरह से एक्टिव है। ऑपरेशन सेल के डीएसपी जसबीर सिंह के दिशा/निर्देशो के चलते और ऑपरेशन सेल के  इंचार्ज इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह की सुपरविज़न में ऑपरेशन सेल पुलिस के एएसआई रमेश कुमार और एएसआई अनिल कुमार रविवार दोपहर बाद एरिया में पेट्रोलिंग कर रहे थे। पेट्रोलिंग के दौरान जब पुलिस सेक्टर 28 मोटर मार्केट के पास पहुंची तो पुलिस को सूचना मिली थी सेक्टर 28 स्थित आम के बाग  झाड़ियों में बैठे कुछ आरोपी युवक पेट्रोल पंप पर डकैती/ लूटने की योजना बना रहे हैं। अगर इन्हें पकड़ा जाए तो पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हो सकती है। जिनके पास अवैध रूप से हथियार भी है। ऑपरेशन सेल के इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह कि सुपरविजन में  बनाई की टीम ने आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस ने मामले के किंगपिन शातिर आरोपी भुवनेश्वर पासवान के कब्जे से देसी कट्टा बैरल से एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। जबकि शातिर रोशन कुमार के कब्जे से पुलिस को उसकी पहनी पेंट की दाहिनी जेब से एक चाकू, जबकि आरोपी राजन सिंह  की डब से एक खुखरी, आरोपी शिवम कुमार के कब्जे से पुलिस ने बाई डब से खुखरी, और सुनील कुमार के कब्जे से पुलिस ने दाहिनी बगल से एक तलवार बरामद हुई। पुलिस ने तुरंत मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए पांचों शातिर आरोपियों को पुलिस सोमवार को जिला अदालत में पेश कर रिमांड हासिल करेगी। रिमांड के दौरान पुलिस ने पकड़े के शातिर आरोपियों से अहम जानकारियां हासिल करेगी। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए इंटर स्टेट गैंग और  बिहार के रहने वाले पांचों आरोपी लगातार चोरी/ छीना झपटी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। और यह सभी आरोपी अलग-अलग रेलवे स्टेशन वा आईएसबीटी पर बिहार वा यूपी से आने जाने वाले गरीब मजदूर वर्ग के लोगों को अपना शिकार बनाते थे। और मजदूर वर्ग के लोगों को अपने आप को टिकट कलेक्टर / कंडक्टर का जानकार बतलाकर और टिकट दिलाने के झांसे में लेकर इन मजदूर लोगों को विश्वास में लेकर लूटमार करते थे। पकड़े गए आरोपियों में से कुछ साथी अपने आप को इन मजदूर वर्ग के जाने वाले स्थानों का यात्री बतला कर ग्रुप के 2 / 3 आरोपी जाने वाले सामान लिए हुए मजदूर वर्ग के लोगों को अपना शिकार चुनकर आरोपी यात्री के समान के पास रखवाली के लिए खड़े हो जाते थे। और एक आरोपी शातिर टिकट दिलाने के बहाने अपने साथ लेकर चला जाता था। जो समान के पास खड़े आरोपी मौका पाकर सामान लेकर चले जाता था।  टिकट दिलाने वाला आरोपी युवक इन लोगों को फोन करने के बहाने यात्रियों से फोन मांग कर उनके फोन को भी मौका पाकर भाग जाते थे। 


पकड़े गए  शातिर किस तरह मजदूर वर्ग के लोगों के साथ लूटमार करते थे।


जानकारी के मुताबिक पकड़े गए पांचों आरोपी सेक्टर 43 स्थित आईएसबीटी पर इकट्ठे होते थे। और लॉकडाउन के दौरान यूपी/ बिहार और अन्य राज्य में जाने वाले मजदूर लोगों को टिकट बुकिंग करवाने/ दिलवाने को लेकर लूटमार करते थे। मजदूर वर्ग के लोगों को रेलवे की टिकट लेने को लेकर उन्हें कहते थे कि उनका जानकार टीटी लगा हुआ है। वह उन्हें टिकट जल्द दिलवा देंगे। दो आरोपी पीड़ित को झांसे में लेकर टिकट दिलवाने के लिए चले जाते थे। पकड़े गए आरोपी मजदूर वर्ग के लोगों को हल्लोमाजरा में ले जाकर कोविड में स्टिकर उनके सामान पर लगवाने को लेकर उनको झांसे में डालकर उनका सम्मान लूट कर फरार हो जाते थे। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों ने मजदूर वर्ग के कम से कम 200/250 लोगों के साथ लूटमार कर चुके है। जबकि मजदूर वर्ग के लोगों ने पुलिस को मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। आरोपियों ने हैदराबाद और हिसार में भी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इस गैंग का मुख्य किंगपिन भुवनेश्वर पासवान बताया गया है। पुलिस के मुताबिक गैंग के 15/ 20 सदस्य चंडीगढ़ में है। इन सदस्यों का किंगपिन वारदातों को अंजाम देने के लिए 500 रुपए दिहाड़ी देता था। पुलिस के मुताबिक अगर आरोपी 3 फोन चोरी/ छीना झपटी कर अपने किंगपिन को देंगा। उसमें से एक फोन आरोपियों को मिलता था। और छीना झपटी चोरी किए गए मोबाइल फोन बिहार और अन्य राज्यों में बेचते थे। यूटी पुलिस के ऑपरेशन सेल पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है।