अब चुनाव में पार्टियां बुला सकेंगी केवल दस स्टार प्रचारक

अब चुनाव में पार्टियां बुला सकेंगी केवल दस स्टार प्रचारक

अब चुनाव में पार्टियां बुला सकेंगी केवल दस स्टार प्रचारक

अब चुनाव में पार्टियां बुला सकेंगी केवल दस स्टार प्रचारक

चुनाव कमीशन ने कोविड की बीमारी और प्रत्याशियों व पार्टियों के खर्चे पर लगाम लगाने को तय की स्टार प्रचारक बुलाने की लिमिट तय

चंडीगढ़, 29 नवंबर (साजन शर्मा)

चंडीगढ़ चुनाव आयोग ने इस मर्तबा पार्टियों व प्रत्याशियों के खर्चों पर लगाम कसने के लिहाज से बड़ी कार्रवाई कर दी है। अब पार्टियां केवल दस स्टार प्रचारकों को ही प्रचार के लिए मैदान में उतार सकती हैं। इससे पहले के हुए निगम चुनावों में स्टार प्रचारकों के बुलाए जाने पर कोई लिमिट या बंदिश नहीं थी। इसको देखते हुए पार्टियों को अपने स्टार प्रचारकों की सूची ध्यान से सौंपनी पड़ रही है। कौन कौन स्टार प्रचारक बुलाये जा सकते हैं इसको लेकर अपने हाईकमान से भी पार्टियां बात कर रही हैं।

इस बार के निगम चुनाव बीते चुनावों से थोड़ा अलग होंगे। राजनीतिक पार्टियां महज 10 स्टार प्रचारक ही कैंपेन के लिए बुला सकती हैं। इस मर्तबा चुनाव कमीशन ने खर्चे पर लगाम कसने की योजना बनाई थी ताकि प्रत्याशी चुनावों में लिमिट से ज्यादा राशि खर्च  न कर सकें। एक प्रत्याशी चुनाव में 5 लाख से ज्यादा की राशि खर्च नहीं कर सकता। भारतीय जनता पार्टी की इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में स्टार प्रचार कनवीनर हरीश गर्ग के मुताबिक यह पहली मर्तबा है कि स्टार प्रचारकों के नंबर पर लगाम लगाई गई है। कोविड चूंकि अभी गया नहीं है लिहाजा ज्यादा भीड़ न जुटे इसको लेकर चुनाव कमीशन ने शायद यह कदम उठाया है। इसके पीछे खर्चा कम करना भी एक कारण है। हरीश गर्ग के मुताबिक पार्टी हाईकमान से स्टार प्रचारकों की सूची को लेकर बात की जा रही है। अभी तक तय हुआ था कि करीब 18 से 20 स्टार प्रचारक बुलाए जाएंगे जिनसे अलग अलग वार्डों में रैलियां कराई जाएंगी लेकिन अब स्टार प्रचारकों को लेकर अलग से योजना तैयार करनी पड़ेगी। हाईकमान से पूछा जा रहा है कि सूची को कैसे फिल्टर किया जाए और कौन कौन से स्टार प्रचारकों को चुनाव में उतारा जाए। हरीश गर्ग के मुताबिक एक दो दिन में इस पर फाइनल फैसला हो जाएगा। स्टार प्रचारकों को इस हिसाब से बुलाया जा रहा है ताकि चंडीगढ़ के सभी वर्गों का ध्यान रखा जाए। किसान, स्टूडेंट, महिलाएं, मजदूर, युवा, बुजुर्ग, व्यापारी को इन स्टार प्रचारकों की त्वज्जौ मिले। हरीश गर्ग ने बताया कि कोविड की बीमारी को मद्देनजर रखते हुए एक स्टार प्रचारक को इस तरह से इस्तेमाल किया जाएगा ताकि वह चार-चार या पांच-पांच वार्डों की जनता को कवर कर सकें। अगर तय रैली में 500 या इससे ज्यादा भीड़ जुट गई तो दूसरे वार्ड में रैली करा ली जाएगी। अगर कहीं कम भीड़ पहुंचती है तो दूसरे वार्ड की जनता को यहां बुला लिया जाएगा। स्टार प्रचारक कौन कौन होंगे इसमें भी यह देखा जाएगा कि कौन कौन उपलब्ध रहते हैं। उनकी उपलब्धता के हिसाब से फाइनल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह स्टार प्रचारक की 10 की लिस्ट केवल नगर निगम चुनावों पर ही लागू है या एमएलए या एमपी चुनाव में भी रहेगी, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।

ये हो सकते हैं भाजपा के चुनाव प्रचारक

भाजपा की ओर से पहले करीब डेढ़ से दो दर्जन स्टार प्रचारकों की सूची बनाई गई थी। इलेक्शन कमीशन की ओर से अब महज 10 स्टार प्रचारक बुलाए जाने की लिमिट तय किये जाने के बाद यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान जेपी नड्डा, केंद्रीय संचार मंत्री अनुराग ठाकुर, हरियाणा के सीएम मनोहरलाल, हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित कुछ स्टार प्रचारक दक्षिणी राÓयों से भी हो सकते हैं। एससी-एसटी, बीसी वर्गों को लुभाने के लिए साउथ से स्टार प्रचारक बुलाये जा सकते हैं।