ओमिक्रॉन की दहशत: दिल्ली में कल से नाइट कर्फ्यू, रात 11 से सुबह 5 बजे तक रहेगा लागू

ओमिक्रॉन की दहशत: दिल्ली में कल से नाइट कर्फ्यू, रात 11 से सुबह 5 बजे तक रहेगा लागू

ओमिक्रॉन की दहशत: दिल्ली में कल से नाइट कर्फ्यू

ओमिक्रॉन की दहशत: दिल्ली में कल से नाइट कर्फ्यू, रात 11 से सुबह 5 बजे तक रहेगा लागू

दिल्ली में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते केस के बीच केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला किया है. राजधानी में सोमवार से नाइट कर्फ्यू लागू किया जा रहा है. रात 11 से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा. दिल्ली में 79 लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया है.

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में 290 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. कोरोना से एक की मौत हुई है. सरकार के अनुसार, कोरोना पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 0.55 प्रतिशत हो गई है.
इसके साथ cumulative tally बढ़कर 14,43,352 हो गई है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25,105 हो चुकी है. दिल्ली में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 1,103 है, इनमें से 583 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन वायरस के खतरे के बीच मामलों की संख्या में तेजी आई है.

बता दें कि ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र सरकार ने बीते दिनों राज्यों को अलर्ट जारी किया था. केंद्र सरकार ने कहा था कि राज्यों की सरकारें सभी जरूरी इंतजाम कर लें. अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने के साथ साथ गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाए.

इसके बाद से कई राज्यों में नियम कड़े कर दिए गए हैं. शादियों में लोगों की संख्या 200 तक सीमित कर दी गई है. जिम्मेदारों का कहना है कि गाइडलाइन का पालन सख्ती से किया जाए. बिना मास्क लगाए बाहर नहीं निकलें.

शनिवार की रात को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा था कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन कर लोग संक्रमित होने से बच सकते हैं.

पीएम मोदी ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर ऐलान किया कि देश के तमाम कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर को बूस्टर डोज दी जाएगी. इसके साथ ही 15 से 18 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन देने का फैसला लिया गया है.

दक्षिणी अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट का सबसे पहले पता लगाने वाली डॉक्टर एंजेलिक कोएत्जी ने कहा है कि भारत में कोरोना वायरस के इस नए वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दिखेगी, लेकिन अधिकतर लोगों में मामूली लक्षण दिखने की उम्मीद है, जैसा कि दक्षिण अफ्रीका में देखा जा रहा है.