लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नहीं सुधर रहे मोहाली के पार्क

लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नहीं सुधर रहे मोहाली के पार्क

लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नहीं सुधर रहे मोहाली के पार्क

लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी नहीं सुधर रहे मोहाली के पार्क

जिन पार्कों से मोहाली की  पहचान, उनकी हालत हो गई है ज्यादा खराब

मोहाली। शहर के पार्कों को सुदंर बनााने के लिए नगर निगम द्वारा हर महीने लाखों रुपये खर्च कए जाते है। लेकन हालत काफी खराब है। कई पार्कों में बच्चों के झूले टूट गए हैँ। फव्वारों की हालत खराब है। कई जगह लगाए गए ओपन जिम भी उचित स्थिति नहीं है। लेकिन अधिकारी इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। जबकि पार्कों में आने वाले लोग रोजाना दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों की तरफ से इस संबंधी में इलाकों के पार्षदों को शिकायत तक भी गई। लेकिन इसके बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक शहर में नगर निगम के अधीन 545 के करीब पार्क आते हैं। जिनका ‌जिम्मा निजी कंपनियों को दिया गया है। लेकिन इसके बाद भी पार्कों की हालत में ज्यादा सुधार नहीं है। फेज-3बी1 स्थित रोज गार्डन मार्केट के बिल्कुल सामने हैै। यहां पर सबसे ज्यादा लोग आते हैं। लेकिन यहां पर बच्चों पर लगाया गया मल्टी प्ले सिस्टम् जवाब दे गया है। वह पूरी तरह टूटा हुआ है। जिससे हर समय हादसे हा डर बना रहता है। जबकि इस पार्क को नगर निगम चंडीगढ़ की तर्ज पर संवारने के दावे करता है। ऐसी ही स्थिति सेक्टर-68 के सिटी पार्क की है। यह पार्क करीब बीस एकड़ में फैला हुआ है। इस पर सेक्टर-67, 69 और 68 और फेज-नौ के लोग निर्भर है। लेकिन पार्क की हालत काफी खस्ता है। वहां पर लगा फव्वारा कई महीनों से खस्ता हालत में है। जबकि ट्रैक भी जवाब दे रहे हैं। यह तक तंदरुस्त पंजाब मुहिम के तहत कई समाज सेवी लोगों के सहयोग से पौधे लगाए गए थे। उनकी भी उचित देखभाल नहीं हो रही है। इसके अलावा सिल्वी पार्क स्थित बच्चों के कार्नर की हालत खराब है। यहां पर झूले व अन्य आइटम जवाब दे गई है। जिससे लोगों को दिक्कत उठानी पड़ रही है। इस संबंधी पूर्व पार्षद शलिंदर पाल सिंह बॉबी कंबोज ने कहा कि पार्कों की हालत को तुरंत सुुधारा जाए।


150 पार्क संभाल रहे है लोग
शहर में गमाडा की ओर से सेक्टर और फेज 150 सेंट्रल पार्कों का रखरखाव रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। एसोसिएशन का कहना है कि सरकार उन्हें 6/- रुपये प्रति वर्ग मीटर मेंटेनेंस चार्ज देती है। जबकि शेष 395 पार्कों का रखरखाव नगर निगम द्वारा ही किया जाता है। जहां जॉगिंग ट्रैक, सिटिंग बेंच, रेन हार्ट, लाइट आदि की व्यवस्था की गई है। हालांकि उनकी तरफ से पार्कों को संवारा जाता है।



एंट्री गेटों की हालत, पोस्टर तक फटे हुए हैं
नगर निगम की तरफ से बनाए गए पार्क के एंट्री गेटों की हालात खराब है। कई जगह तो पोस्टर तक फट तक गए हैं। साथ ही रात होते ही अंधेरा छा जाता है। जिससे लोगों को दिक्कत उठानी पड़ती है। इसी चीज का शरारती तत्व फायदा उठाते हैं।


अगर कहीं खामी है तो उसे सुधारा जाएगा
पार्कों को संवारने के लिए नगर निगम की तरफ से काम किया जा रहा है। हालांकि कहीं पर कमी आ रही है तो उसे सुधारा जाएगा। लोगों को किसी भी स्तर दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। हम अपने हा‌र्टिकल्चर विंग को मजबूत कर रहे हैं। उन्हें नई पूनिंग मशीन तक मुहैया करवा रहे हैं।
-कुलजीत सिंह बेदी डिप्टी मेयर नगर निगम मोहाली