कानपुर में वकील को गोली से उड़ाया, एनआरआई सिटी के मालिक पर मुकदमा
कानपुर में वकील को गोली से उड़ाया, एनआरआई सिटी के मालिक पर मुकदमा
कानपुर। कचहरी में बार एसोसिएशन के चुनाव में मतदान रद होने के बाद हुई फायरिंग में अधिवक्ता गौतम दत्त की जान चली गई थी। इस पूरे मामले की जांच चल ही रही थी कि बुधवार को एक और वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरअसल, नवाबगंज थाना अंतर्गत गंगा नगर निवासी अधिवक्ता 65 वर्षीय राजाराम वर्मा को कागज देने के बहाने बदमाशों ने पहले उन्हें दरवाजे पर बुलाया। जैसे ही अधिवक्ता राजाराम वर्मा बाहर आए तभी गोलियों की आवाज से इलाका दहल उठा। राजाराम के स्वजन जब तक बाहर तब तक बदमाश वहां से फरार हो चुके थे। तभी उनकी नजर बाहर दहलीज पर लहूलुहान हालत में पड़े राजाराम पर पड़ी। आनन-फानन उन्हें सर्वोदय नगर स्थित नर्सिंग होम में लाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कचहरी में इससे पहले चली थी गोली : जानकारों के मुताबिक कानपुर कचहरी में बार एसोसिएशन चुनाव में शुक्रवार को शताब्दी प्रवेश द्वार पर दोनों गुट आमने-सामने थे। गोली चलाने वाले वकील ने चुनाव की रंजिश में सीधे फायर कर दिया, जिससे गौतम को गोली लगी। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बलजीत सिंह यादव ने बताया कि सौ साल के इतिहास में इस तरह की घटना पहली बार सामने आई है। ऐसे में इस प्रकार के अराजक तत्वों से सख्ती के साथ निपटना चाहिए। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि एल्डर्स कमेटी को चुनाव के दौरान ऐसे लोगों को प्रतिबंधित करना चाहिए। इस प्रकार के व्यक्ति अधिवक्ता नहीं हो सकते हैं।
गौतम दत्त के हत्यारोपित ने किया था सरेंडर: कानपुर कचहरी में अधिवक्ता गौतम दत्त की हत्या में नामजद तरू अग्रवाल ने घटना की अगली सुबह कैंट थाने में सरेंडर कर दिया था। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उससे घंटों तक पूछताछ की थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपित तरू का कहना था कि गौतम की मौत महज एक हादसा थी। चुनाव रद होने पर हुई फायरिंग में उसकी असावधानी से तमंचे से फायर हुआ, तभी अनजाने में वो तमंचे से निकली गोली गौतम को जा लगी। हालांकि पुलिस अब भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत दूसरे सबूतों को संज्ञान में लेकर जांच कर रही है और आरोपित तरू अग्रवाल को जेल भेजा है।