हिमाचल मे लैंडस्लाइड, शिमला-नारकंडा-रामपुर एन एच-5 हुआ बंद
Landslide in Himachal
शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भूस्खलन के चलते किन्नौर सहित ऊपरी इलाकों को जोडऩे वाला नेशनल हाईवे-5 बंद हो गया है। हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी लगी हुई है। सूबे में मौसम खुशनुमा बना हुआ है बताया जा रहा है कि सुबह तड़के 3 बजे के करीब यह लैंडस्लाइड पेश आया है।
जानकारी के अनुसार, शिमला से करीब 40 किमीर दूर ठियोग के संधू और खाची के बीच भारी भूस्खलन हुआ है। बताया जा रहा है कि हाईवे को खुलने में अभी थोड़ा वक्त लग सकता है। नारकंडा से शिमला आने जाने वाले सभी वाहनों को संधू से वाया मझोली सरीवन और संधू से वाया जदेवग होते हुए ठियोग भेजा जा रहा है। सड़क को खोलने के लिए मशीनरी भेज दी गई है। राहत कार्य जारी है।
हिमाचल में मौसम साफ
हिमाचल प्रदेश में काफी दिनों से मौसम साफ बना हुआ है. लेकिन ठंड लगातार बढ़ी है। मैदानी क्षेत्रों सिरमौर के पांवटा साहिब और नाहन के बाद मध्य पर्वतीय क्षेत्र शिमला में न्यूनतम तापमान प्रदेश में सबसे अधिक रिकॉर्ड हुआ है। रविवार रात से सोमवार सुबह आठ बजे तक पावंटा साहिब में न्यूनतम तापमान 15.0, नाहन में 12.2 और शिमला में 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री से कम रहा है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंड है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 28 नवंबर तक मौसम साफ रहेगा। सोमवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
हिमाचल में 2019 के बाद नवंबर में बर्फबारी के आसार नहीं है। शिमला में 2019 में हल्का हिमपात हुआ था। लेकिन इस बार बर्फबारी के आसार नहीं है। मौसम ठंडा बना हुआ है। लाहौल स्पीति में सबसे अधिक ठंड पड़ रही है। न्यूनतम पारा माइनस में चल रहा है।
रोहतांग पास किया बंद
बढ़ती ठंड के चलते कुल्लू जिला प्रशासन ने रोहतांग दर्रा को पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। माइनस डिग्री तापमान के कारण सड़क पर पानी जम रहा है और वाहन चलाना मुश्किल है और हादसे होने का खतरा रहता है. प्रशासन की तरफ इस संबध में अधिसूचना जारी कर दी है। डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि रोहतांग दर्रा को सर्दी के मौसम में 15 नवंबर को बंद किया जाता है। इस बार मौसम साफ होने के कारण कुछ दिनों के लिए पर्यटकों के लिए खुला रखा था। अभी तापमान माईनस डिग्री होने से सड़क पर पानी जमने लगा है। एहतियातन दर्रे को टूरिस्ट के लिए बंद कर दिया गया है।