किलोई : प्रधानमंत्री के लाइव कार्यक्रम में पहुंचे भाजपाइयों को घेरा, देखें क्या हुआ

Rohtak

रोहतक। Surrounded by BJP workers in the Prime Minister's live program: शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम के लाइव कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर गांव किलोई में हुआ। भाजपा के जिला व प्रदेश स्तर के पदाधिकारी सुबह ही गांव के प्राचीन शिव मंदिर में जुट गए। पीएम का लाइव कार्यक्रम शुरू हो गया। इसकी भनक तीन कृषि कानूनों में सुधार चाहने वाले किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को लग गई। कार्यक्रम का विरोध करने के लिए आंदोलनकारी मंदिर में जुटना शुरू हो गए और जबरदस्त विरोध शुरू कर दिया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस को गांव में भेजना पड़ा। फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। आंदोलनकारियों से भाजपा नेता माफी मांगने के लिए तैयार हैं, आंदोलनकारी और पुलिस प्रशासन के बीच बैठक चल रही है। सतीश नांदल ने माफी मांगने के लिए हामी भरी तो पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। अब हो सकता है कि माफी मांगने की बात पर ही सहमति बने। आंदोलनकारियों ने भाजपा नेताओं की गाडिय़ों के टायरों की हवा भी निकाल दी। गाड़ी पर लगी झंडयि़ां उखाड़ दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम से लाइव कार्यक्रम का आयोजन किलोई में रखा गया। भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री रविंद्र राजू, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, जिला अध्यक्ष अजय बंसल, नगर निगम मेयर मनमोहन गोयल, वरिष्ठ नेता सतीश नांदल सहित अन्य जिला के पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंच गए।

आसपास से भी भाजपा कार्यकर्ता वहां पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था। इसकी भनक तीन कृषि सुधार कानूनों का विरोध करने वाले आंदोलनकारियों को लग गई। आंदोलनकारी भारी संख्या में वहां पहुंचना शुरू हो गए। मामला काफी गंभीर हो गया। किसी प्रकार का टकराव न हो, इसलिए भाजपा पदाधिकारियों ने मंदिर के गेट को अंदर से बंद कर लिया, ताकि आंदोलनकारी अंदर प्रवेश न कर सके।

आंदोलनकारी मंदिर के बाहर डट गए और पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंदिर परिसर में बने हाल में बंधक बन गए। जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी गई तो पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा ने गांव में भारी पुलिस बल को रवाना किया। गांव में पुलिस बल पहुंचने के बाद स्थिति थोड़ा नियंत्रित हुई। पुलिस अधिकारियों ने आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। काफी देर से गहमागहमी बनी हुई है। आंदोलनकारियों ने मंदिर के बाहर ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़े कर रास्ता भी रोक दिया है, ताकि भाजपा नेता वहां से निकल न सके।