Judge Indu Malhotra PM Modi Security Lapse Case

लो आ गया नाम: सुप्रीम कोर्ट से रिटायर इस महिला जज के हाथ PM मोदी की सुरक्षा चूक की जांच, चर्चा में रही है हस्ती

Judge Indu Malhotra will Investigate PM Modi Security Lapse Case

Judge Indu Malhotra will Investigate PM Modi Security Lapse Case

पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हुआ है| जहां सुप्रीम कोर्ट इस पूरे मामले पर अपना एक्शन तय कर रहा है| आपको बतादें कि, मामले में किसी तरह का पक्षपात न हो, इसकी गंभीरता से निष्पक्ष जांच हो सके| इसके लिए कोर्ट ने पंजाब और केंद्र की जांच समिति को भंग करते हुए अपनी तरफ से एक स्वतंत्र जांच समिति का गठन किया है| जो इस पूरे मामले की तह तक जाते हुए इसकी जांच करेगी| वहीं, अब इस स्वतंत्र जांच समिति के अध्यक्ष का नाम भी सामने आ गया है| जिसकी अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच होगी और रिपोर्ट बनेगी|

देखें कौन?

जैसा कि, सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कह दिया था कि स्वतंत्र जांच समिति की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर जज के हाथ में ही होगी| जहां अब सुप्रीम कोर्ट ने यह भी बता दिया है कि सुप्रीम कोर्ट का वह रिटायर जज कौन होगा जो स्वतंत्र जांच समिति की अध्यक्षता करेगा| सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बुधवार को जानकारी दी गई कि सुप्रीम कोर्ट की रिटायर जज इंदु मल्होत्रा पीएम मोदी की सुरक्षा चूक पर बनाई गई स्वतंत्र जांच समिति की अध्यक्षता करेंगी| बतादें कि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित यह स्वतंत्र जांच समिति एक पांच सदस्यी समिति है| जिसमें अध्यक्ष रिटायर जज इंदु मल्होत्रा, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल सहित राष्ट्रीय जांच एजेंसी, पंजाब, चंडीगढ़ के DG रैंक के एक-एक अधिकारी को शामिल किया गया है|

कौन हैं Indu Malhotra,  जानिए उनके बारे में ....

अब पीएम मोदी की सुरक्षा चूक की जांच का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जज इंदु मल्होत्रा के पास आया है तो ऐसे में उनके बारे में कुछ जानना तो बनता है| आपको बतादें कि , इंदु मल्होत्रा बेंगलुरु से ताल्लुक रखती हैं| यहां उनका जन्म हुआ था| इंदु मल्होत्रा की इस समय 65 साल की उम्र है| इंदु मल्होत्रा पहली ऐसी महिला हैं जो सुप्रीम कोर्ट के एक सीनियर वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बन गईं| बतादें कि., इंदु मल्होत्रा 27 अप्रैल, 2018 को सुप्रीम कोर्ट की जज बनी थीं। करीब तीन साल की सेवा के बाद वह 21 मार्च 2021 को रिटायर हो गईं।