पटना में फेंड्स ऑफ आनद की महत्वपूर्ण बैठक हुई सम्पन्न

पटना में फेंड्स ऑफ आनद की महत्वपूर्ण बैठक हुई सम्पन्न

पटना में फेंड्स ऑफ आनद की महत्वपूर्ण बैठक हुई सम्पन्न

पटना में फेंड्स ऑफ आनद की महत्वपूर्ण बैठक हुई सम्पन्न

सिंह गर्जना रैली कई मायने में होगी एतिहासिक : विधायक चेतन आनंद

पटना (बिहार) : "सिंह गर्जना रैली" की अभूतपूर्व सफलता सुनिश्चित करने के लिए फ्रेंड्स ऑफ आनंद के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण बैठक, रविवार को पूर्व सांसद लवली आनंद के उतना के पाटलिपुत्र स्थित आवास पर संपन्न हुई। बैठक में ,"फ्रेंड्स ऑफ आनंद" के अलावा बिहार और झारखण्ड के विभिन्न राजनीतिक-समाजिक संगठनों के कार्यकताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में, 22 जनवरी 2022 को आहत सिंह गर्जना रैली के लिए सर्वसम्मति से पूर्व सांसद लवली आनंद को जहाँ, स्वागत समिति का अध्यक्ष, कुलानंद 'अकेला' को आभियान समिति का अध्यक्ष, ठाकुर उदय को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया, वहीँ अमिताभ गुंजन चुन्नू को मीडिया सेल के प्रभारी की जिम्मेवारी सौंपी गई। सभी कमिटियों में अन्य ग्यारह-ग्यारह वरीय लोगों को सदस्य बनाया गया। बैठक में चार अलग-अलग टीमों का गठन कर, आगामी 2 जनवरी 22 से झारखंड के पाँच और बिहार के सभी प्रमंडलों के दौरे के प्रोग्राम तय किए गए। उसके बाद, बिहार के सभी जिलों के गाँव स्तर पर तीन-तीन दिनों के कार्यक्रम तय किए गए। बैठक में यह फैसला हुआ कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में सभी टीमें पटना के 50 कि.मी., इर्द-गिर्द के गाँव, जैसे राघोपुर, फतुहा, बाढ़, बिहटा, बड़हरा, अरवल, मसौढ़ी, लालगंज, सोनपुर, पटना महानगर में पूरी शक्ति केंद्रित करेंगी। पूर्व सांसद लवली आनंद ने बताया कि वे स्वयं रैली में आने का आमंत्रण लेकर लगभग आधा भारत घूम आई हैं। महाराष्ट्र और झारखंड जाना अभी शेष है। नए साल के प्रथम सप्ताह में निमंत्रण लेकर इन दोनों प्रदेश वे जा रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि 29 जनवरी 22 को देश भर से बड़ी तायदाद में आनंद समर्थकों का पटना में जुटान होगा। उनके पति पूर्व सांसद आनंद मोहन जी के साथ हो रहे अन्याय को लेकर जहाँ, लोगों में रोष है, वहीँ "सिंह गर्जना रैली" को लेकर काफी उत्साह है।
रैली के संयोजक विधायक चेतन आनंद ने विश्वास दिलाया कि रैली कई मामलों में ऐतिहासिक होगी। उन्होंने कहा कि यह रैली मुख्यतः तीन माँगों को लेकर होने जा रही है। पहला, बिहार सरकार अपने वादे के मुताबिक राजधानी पटना के मुख्य चौराहे पर महाराणा प्रताप की अश्वारोही प्रतिमा स्थापित करे। दूसरा, प्रताप स्मृति भवन के लिए जमीन आवंटित करे और उनकी जयंती पर एक दिवसीय अवकाश घोषित करे।तुस्रा, पूर्व सांसद आनंद मोहन को ससम्मान रिहा करे। उन्होंने कहा कि उस रोज, हम वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की आज़ादी और स्वाभिमान के महान संघर्ष के साथियों दानवीर भामाशाह, सेनापति हकीम खाँ 'सूरी'  और भील सरदार राणा 'पूंजा' को भी पूरी शिद्दत से विनम्र श्रद्धांजलि देंगे। "फ्रेंड्स ऑफ आनंद" के प्रदेश अध्यक्ष कुलानंद 'अकेला' की अध्यक्षता में चली इस बैठक को संगठन की राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट सुरभि आनंद, प्रांतीय उपाध्यक्ष चंद्रभानू शाह, आले अहमद खान, युवाध्यक्ष अमिताभ गुंजन 'चुन्नू,भाई श्याम किशोर, बुच्ची गुप्ता, जेपी ठाकुर, जीवेश जी, अरुण सिंह ,बीर बहादुर यादव, रूबी सिंह, अजय कुमार 'बबलू, पवन रजक, संजीव कुमार पप्पू, वीणा वर्मा, आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह