डाक्टरों की हड़ताल से पहले अल्र्ट मोड पर हरियाणा सरकार

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डाक्टरों की हड़ताल से पहले अल्र्ट मोड पर हरियाणा सरकार

स्वास्थ्य निदेशक की अपील जनहित में वापस लें हड़ताल

ओमिक्रान के खतरे के मद्देनजर की अपील

चंडीगढ़, 10 दिसंबर। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज (एचसीएमएस) एसोसिएशन द्वारा 13 दिसंबर से घोषित राज्यव्यापी हड़ताल के ऐलान के बाद प्रदेश सरकार भी अल्र्ट मोड पर आ गई है। हरियाणा सरकार ने चिकित्सकों से इस हड़ताल में शामिल नहीं होने की अपील की है।
स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा की महानिदेशक डॉ.वीणा सिंह ने वर्तमान में महामारी की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टरों से अपील की है। उन्होंने एचसीएमएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से भी आम जनता के हित को देखते हुए हड़ताल का नोटिस वापस लेने की अपील की है। वीणा सिंह ने बताया कि एचसीएमएस एसोसिएशन ने अपनी मांगों जैसे विशेषज्ञ कैडर का सृजन, स्नातकोत्तर नीति में संशोधन और एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक को लेकर 13 दिसंबर से राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पहले ही एचसीएमएस एसोसिएशन की मांगों जैसे विशेषज्ञ कैडर का सृजन और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन के संबंध में विचार कर चुका है। इसलिए कोरोना की वर्तमान महामारी और ओमीक्रोन वेरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर के खतरे की आशंका के समय में एचसीएमएस एसोसिएशन द्वारा वर्तमान में दिया गया नोटिस पूरी तरह से अनुचित और अमानवीय है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने हमेशा चिकित्सकों की मांगों का ध्यान रखा है। हाल ही में सरकार ने राज्य में कोरोना महामारी के प्रकोप को कम करने में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के योगदान को बड़े पैमाने पर सराहा है और मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। यह समय है कि चिकित्सकों को उनकी शिकायतों से ऊपर उठना चाहिए और उन्हें वर्तमान महामारी की स्थिति को