ज्ञानोदय गोड्डा ने ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता
ज्ञानोदय गोड्डा ने ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता
ज्ञानोदय अदाणी फाउंडेशन की ऑनलाइन शिक्षा पहल है
अहमदाबाद, 12 जनवरी 2022: झारखंड के गोड्डा जिले की शिक्षा में बदलाव लाने वाली एक ऑनलाइन पहल, ज्ञानोदय गोड्डा परियोजना ने राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार हासिल किया है। गोड्डा के एसडीओ ऋतुराज और अदाणी सीएसआर की परियोजना टीम को हैदराबाद में 24वें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन में ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र और एक लाख रुपये का चेक मिला। पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और तेलंगाना शहरी विकास मंत्री के. टी. रामाराव ने की।
यह पुरस्कार कोविड महामारी के दौरान शिक्षा में नवाचार को मान्यता देता है। गौरतलब है कि अदाणी फाउंडेशन जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्मार्ट क्लासेज के ज़रिये छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता रहा है। ज्ञानोदय ऐप और मोबाइल लर्निंग वैन ज्ञानोदय रथ के माध्यम से बच्चों को शैक्षिक रूप से जोड़े रखने का अभिनव प्रयोग कोविड महामारी के दौरान बहुत प्रभावी साबित हुआ।
ज्ञानोदय अदाणी फाउंडेशन द्वारा एक ऑनलाइन शिक्षा पहल है, जो झारखंड के गोड्डा जिले के ग्रामीण छात्रों को अधिक कुशलता से सीखने में मदद करता है। गोड्डा जिला प्रशासन और एकोवेशन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से, यह सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 4, यानी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए, स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से एक अत्याधुनिक इंटरैक्टिव पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है।
ज्ञानोदय ने स्कूल छोड़ने की दर को कम किया है, उपस्थिति दर में वृद्धि तेज की है, और परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के ठोस नतीजे दिए हैं। 2018 में शुरू हुई यह परियोजना जिले के 276 स्कूलों में 70,000 छात्रों तक पहुंच चुकी है। 2019-20 कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में, गोड्डा जिले का उत्तीर्ण प्रतिशत 75% तक पहुंच गया, जो 2018-19 के 66% और 2017-18 के 50% की तुलना में भारी उन्नति रही। इस पहल ने 330 स्कूलों के शिक्षकों को भी 2021-22 के लिए तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया है। इस जिले में छात्रों द्वारा हासिल शैक्षणिक नतीजों को देखते हुए, राज्य सरकार ने पूरे राज्य में ज्ञानोदय मॉडल को लागू करने का निर्णय लिया है।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन 18 राज्यों में व्यापक परिचालन करता है, जिसमें देश भर के 2,410 गांवों और कस्बों के साथ प्रोफेशनलों की एक टीम शामिल हैं, जिनका दृष्टिकोण नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग का प्रतीक है।
3.67 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए और चार मुख्य क्षेत्रों - शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करते हुए - अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और सतत विकास की दिशा में कार्य करता है और इस तरह राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे रहा है।