कुन्‍नूर हादसा : हेलिकॉप्टर में बिपिन रावत के साथ थे देवरिया के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, इसी साल मिला था शौर्य चक्र

कुन्‍नूर हादसा : हेलिकॉप्टर में बिपिन रावत के साथ थे देवरिया के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, इसी साल मिला था शौर्य चक्र

कुन्‍नूर हादसा : हेलिकॉप्टर में बिपिन रावत के साथ थे देवरिया के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह

कुन्‍नूर हादसा : हेलिकॉप्टर में बिपिन रावत के साथ थे देवरिया के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, इसी साल मिला

लखनऊ। तमिलनाडु में हुए सेना के हेलीकाप्टर हादसे में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के कन्हौली (रुद्रपुर) के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वह चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावतत का साथ हेलीकाप्टर में थे। तमिलनाडु के आर्मी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हुई है। चालक दल का नेतृत्व वरुण सिंह कर रहे थे। 

पैतृक गांव कन्हौली में वरुण के बड़े चाचा दिनेश प्रताप सिंह व छोटे चाचा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को हेलीकाप्टर में वरुण के सवार होने की जानकारी बुधवार को अपराह्न करीब तीन बजे मिली। अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि पहले तो वरुण के बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा था, लेकिन वरुण की पत्नी गीतांजली से मोबाइल फोन के जरिये संपर्क होने पर वरुण के गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी मिली। हेलीकाप्टर के चालक दल का नेतृत्व वरुण कर रहे थे। गीतांजली अस्पताल में उनके साथ हैं। वरुण के एक पुत्र व एक पुत्री हैं। मां उमा सिंह, चाचा दिनेश प्रताप सिंह, उमेश प्रताप सिंह, रमेश प्रताप सिंह व अखिलेश प्रताप सिंह का परिवार चिंतित है। गांव के लोग इस दुर्घटना से दुखी हैं। सभी लोग वरुण के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

एनडीए की परीक्षा पास कर बने वायुसेना में अधिकारी : वरुण सिंह की प्रारंभिक पढ़ाई उड़ीसा में हुई है। एनडीए की परीक्षा पासकर वायु सेना में अधिकारी बने। उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह आर्मी में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुंबई में भारतीय नौसेना में अधिकारी हैं। उनके पिता कर्नल कृष्ण प्रताप सिंह छोटे बेटे के पास मुंबई गए थे, जहां वरुण के हेलीकाप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी मिली।

राष्ट्रपति ने 15 अगस्त को शौर्य चक्र से किया सम्मानित : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वरुण को अदम्य साहस के लिए 15 अगस्त को शौर्य चक्र से सम्मानित किया। वह 12 अक्टूबर 2020 को लाइट कांबेट एयरक्राफ्ट के साथ उड़ान पर थे, तभी फ्लाइंग कंट्रोल सिस्टम में खराबी आ गई। उन्होंने सूझबूझ से 10 हजार फीट की ऊंचाई से विमान की लैंडिंग कराने में सफलता हासिल की थी।