gangster papla gurjar convicted

गैंगस्टर पपला गुर्जर दोषी करार, कल सुनाएगी सजा

Papla

gangster papla gurjar convicted

रेवाड़ी/नारनौल। हरियाणा और राजस्थान के नामी गैंगस्टर बिक्रम उर्फ पपला गुर्जर को मर्डर केस में दोषी करार दिया गया है। नारनौल की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एएसजे) सुधीर जीवन की कोर्ट ने 6 साल पहले बिमला नामक महिला की हत्या मामले में दोषी ठहराया गया है। पपला को मंगलवार को सजा सुनाई जाएगी। पपला के वकील कुलदीप सिंह ने यह जानकारी दी। बता दें कि बिमला की हत्या के मामले में वह अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था और 29 सितंबर को उसे नारनौल की नसीबपुर जेल में शिफ्ट किया गया था। एडवोकेट अजय चौधरी ने बताया कि पपला गुर्जर को फांसी या फिर उम्रकैद हो इस पर मंगलवार को बहस होगी। उसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। अजय चौधरी के अनुसार, पपला को स्नस्रु, बिमला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मौके पर मौजूद बिमला के देवर दुड़ाराम की गवाही के आधार पर दोषी ठहराया गया है। स्नस्रु रिपोर्ट में बिमला को 23 गोलियां मारने के साथ ही दो हथियार यूज होने की बात सामने आई थी। एक 9 एमएम पिस्टल और दूसरा देसी कट्टे की गोलियां उसके शरीर से निकाली गई थी। महेन्द्रगढ़ जिले के गांव खरैली निवासी बिमला की 21 अगस्त 2015 को गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बिमला की हत्या का आरोप गैंगस्टर बिक्रम उर्फ पपला पर लगा था। महेन्द्रगढ़ सदर थाने में उसके खिलाफ 148, 149, 302, 120बी और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन 5 सितंबर 2017 को कोर्ट में पेशी के दौरान पपला के साथी उसे अंधाधुंध फायरिंग करके छुड़ाकर ले गए थे। इस गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत भी हुई थी। 6 साल पहले बिमला की 23 गोलियां मारकर की थी हत्या पीडि़त पक्ष के वकील अजय चौधरी के अनुसार, 21 अगस्त की रात बिमला अपने घर पर मौजूद थी। रात 12 बजे पपला के अलावा उसके 6 अन्य साथियों ने मिलकर बिमला की 23 गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में 6 आरोपी संदेह के लाभ में 12 अप्रैल 2018 को बरी कर दिए गए थे, जबकि पपला को अब दोषी ठहराया गया है। एडवोकेट अजय चौधरी के अनुसार, बिमला की हत्या इसलिए की गई थी, क्योंकि उसने अपने पिता श्रीराम और बेटे संदीप के मर्डर के मामले में फैसला करने से मना कर दिया था। इन दोनों ही मर्डर में भी पपला का हाथ था। पपला को इसी साल 28 जनवरी को राजस्थान की स्पेशल पुलिस फोर्स ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था। 6 साल पुराने बिमला मर्डर केस में पपला के वकीलों ने नारनौल कोर्ट में अर्जी दाखिल करके पपला को प्रोडक्शन वारंट पर लाने की अपील की थी। कोर्ट ने अर्जी स्वीकार करके 29 सितंबर को उसे कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए थे। पपला गुर्जर पर हरियाणा के अलावा राजस्थान में भी कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। हरियाणा पुलिस के इस वांछित बदमाश को 6 सितंबर 2019 को चेकिंग के दौरान राजस्थान की बहरोड़ थाना पुलिस ने मोटी रकम के साथ हिरासत में लिया था। लेकिन उस वक्त पुलिस पपला को पहचाने में गच्चा खा गई थी। उसे सामान्य बदमाश समझ कर बहरोड़ थाने के लॉकअप में रखा गया था। उसी दिन सुबह पपला के साथियों ने एके-47 से बहरोड़ थाने पर हमला बोलते हुए पपला को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया था।