मिशन-2022 में जुटी कांग्रेस पूर्व सीएम हरीश रावत का ऐलान,उत्तराखंडियत बचाने को जानें क्या बनाया प्लान
मिशन-2022 में जुटी कांग्रेस पूर्व सीएम हरीश रावत का ऐलान,उत्तराखंडियत बचाने को जानें क्या बनाया प्ला
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस चुनाव संचालन समिति उत्तराखंडियत की उपेक्षा को लेकर एक माह का अभियान चलाएगी। इस कड़ी में समिति से जुड़े सदस्य समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के नेतृत्व में सभी विधानसभा तक जाएंगे। इस दौरान प्रदेश की आर्थिकी से जुड़े मंडुवा, गन्ना और शिल्प से जुड़े विषयों से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरेगी।
बुधवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में कांग्रेस ने सामान्य व्यक्ति के हित को चोट पहुंचाई है। राज्य के मूलभूत मसलों को नजरंदाज किया है। इस पर कांग्रेस जनता को साझीदार बनाएगी। उन्होंने कहा कि वह एक माह में कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर सभी विधानसभा क्षेत्रों और प्रमुख स्थलों तक जाएंगे।
इस अभियान के दौरान वह अपने साथ महिलाओं व युवाओं की एक टीम भी रखेंगे, जो उत्तराखंडियत की प्रतीक पहाड़ी टोपी पहनकर अभियान मे सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान आमजन को यह बताया जाएगा कि उनके हितों के पक्ष में कौन है और कौन विपक्ष में। किस तरह स्थानीय उत्पादों को आगे बढ़ाया जा सकता है। आमजन के क्या अधिकार हैं। कैसे प्रदेश की आर्थिकी को बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए कांग्रेस क्या कदम उठाएगी। इन सभी बातों से जनता को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक माह बाद इस अभियान की कमान प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को सौंप दी जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड अधिनियम को वापस लेने की घोषणा को जनता व कांग्रेस की बड़ी सफलता बताया। इस दौरान दोनों नेताओं ने केदारनाथ के विधायक मनोज रावत को त्रिशूल भी भेंट किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह मनोज रावत ने सदन से लेकर सड़क तक इस मुद्दे को उठाया, उससे सरकार की इस मसले पर जड़ें कमजोर हुईं। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार और प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी भी उपस्थित थीं।