किसानों ने जलाई सर्वाधिक पराली, देखो कितने पर हुई एफआईआर

किसानों ने जलाई सर्वाधिक पराली, देखो कितने पर हुई एफआईआर

किसानों ने जलाई सर्वाधिक पराली

किसानों ने जलाई सर्वाधिक पराली, देखो कितने पर हुई एफआईआर

चंडीगढ़। हरियाणा में इस सीजन के दौरान अब तक फतेहाबाद जिला में पराली जलाने के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। प्रदेश के किसानों को पराली जलाने के आरोप में अब तक 58 लाख से अधिक का जुर्माना हो चुका है। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण में भले ही पराली से फैलने वाले प्रदूषण की मात्रा बेहद कम हो लेकिन हरियाणा में पराली जलाने के मामले भी कम नहीं हो रहे हैं। 
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद एनसीआर में शिक्षण संस्थान तथा उद्योगों को बंद कर दिया गया है। प्रदेश में धान की खरीद अंतिम चरण में है और खेत में किसानों द्वारा पराली को नष्ट करके अगली फसल की तैयारी की जा रही है।
बुधवार तक जारी गई रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में इस साल अब तक पराली जलाने के कुल 5965 मामले सामने आए हैं। जिसके आरोप में 58 लाख 85 हजार रुपये जुर्माना किया जा चुका है। विभागीय टीमों द्वारा प्रदेश में पराली जलाने के मामलों में 15 जिलों को चिन्हित किया गया है। टीमों द्वारा प्रदेश में कुल 2789 चालान किए जा चुके हैं। 
रोक के बावजूद खुलेआम पराली जलाने के आरोप में अब तक 94 एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी हैं। इसके अलावा 286 केसों की जांच की जा रही है। विभागीय टीमों द्वारा चलाए गए जांच अभियान के दौरान 2258 ऐसे स्थानों की भी जांच की जहां सूचना के बावजूद पराली जलाने के मामले नहीं मिले। विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अब तक फतेहाबाद में सबसे अधिक तो भिवानी में पराली जलाने के सबसे कम मामले सामने आए हैं।

जिला का नाम                  पराली जलाने की घटनाएं
अंबाला                                             0306
भिवानी                                             0002
फरीदाबाद                                          0003
फतेहाबाद                                          1298
हिसार                                               0098
जींद                                                  0619
कैथल                                                1179
करनाल                                              0924
कुरुक्षेत्र                                               0597
पलवल                                               0109
पानीपत                                              0168
रोहतक                                               0019
सिरसा                                                0365
सोनीपत                                              0125
यमुनानगर                                           0153

फसल अवशेष जलाने की घटनाओं में कमी आई है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग लगातार किसानों को फसल अवशेष न जलाए जाने के प्रति जागरूक कर रहा है। किसानों को पराली न जलाने के प्रति अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए आईईसी गतिविधियों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। समाज में एक सकारात्मक संदेश पहुंचाया जाए कि फसल अवशेष जलाना न केवल सेहत के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे धरती की उर्वरक शक्ति भी खत्म होती है।
डॉ.सुमिता मिश्रा, 
अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग