आईएएस के घर की तलाशी में बाधा डाली एफआईआर दर्ज,
आईएएस के घर की तलाशी में बाधा डाली एफआईआर दर्ज,
(अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
हैदराबाद :: ( तैलंगाना ) स्थानीय प्रकाशित होने वाली एबीएन टीवी तथा आंन्ध्रज्योती दैनिक अखाबार के मालिक वी राधाकृष्ण के खिलाफ क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट की जांच टीम ने जीरो एफआईआर दर्ज कराया ।
पाठकों को विदित होगा ही पिछले दिनों 241 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में एक पूर्व आईएएस अधिकारी के घर में छापे के दौरान सुबह 8:00 बजे से शाम के 3:00 बजे तक वहां पर मौजूद रहकर उनको जांच करने में बाधा डालने की शिकायत की और जांच के दौरान अपने फोटोग्राफर को बुलवाकर जांच अधिकारियों के जांच की फोटो बिना सूचना के घंटों रिकॉर्ड करवाई इस तरह की हरकत से जांच के निष्पक्ष व्यवहार से अधिकारियों का मनोबल गिरा ना या फिर जांच की प्रक्रिया को भांफ वा उस प्रक्रिया से बचने के लिए अपराधी को बचाने का प्रयास करना ही माना जाता है ? तथा अनेक प्रश्न को उजागर करता है ? शिक्षित समाज एक समाचार पत्र से जुड़ा हुआ ? मालिक स्वयं ऐसा करना गलत है ? संवैधानिक ढंग से किसी प्रक्रिया में किसी अपराधी के या किसी भ्रष्टाचार से जुड़ा व्यक्ति का घर और उनकी संपत्ति की जांच जब करता है उसकी अनुमति मैजिस्ट्रेट रियल पावर के आधार पर होता है उस जगह तीसरा व्यक्ति जबरन उनके जांच प्रक्रिया में अवरोध उत्पन्न करना संवैधानिक गलती है इसकी दंड प्रक्रिया भी संविधान में बताया गया है विदित हो इसके पहले भी वर्तमान सरकार के अनेक मामलों में भ्रष्टाचार को उजागर करने का और कोर्ट में उस भ्रष्टाचार को तलब करने के मामलों में अपने समाचार पत्र और चैनलों में तोड़ मरोड़ कर लोगों को गुमराह कर जांच करने वालों का मनोबल गिराने का कई बार प्रयास किया गया और कई बार इनके विरुद्ध में कोर्ट में तलब भी किया गया है कहा
आगे अधिकारियों ने शिकायत में कहा कि उसने ड्यूटी में बाधा डालने के लिए एक शून्य प्राथमिकी दर्ज कीया । एबीएन राधाकृष्ण के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 341,186 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच के लिए मामले को तेलंगाना में क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट को स्थानांतरित कर दिया जाएगा कहां।
इस बीच, दैनिक आंध्र ज्योति-एबीएन टीवी के एमडी राधाकृष्ण के आंध्र प्रदेश सरकार के कौशल विकास मामले की जांच के हिस्से के रूप में शुक्रवार को हैदराबाद में अवैध रूप से की गई संपत्ति और उसका निवेश आदि आदि मामले निरीक्षण कर रहे राज्य सीआईडी अधिकारियों को विफल करने का प्रयास एक झटके के मुखौटा के रूप में आया गया कहां।
सीआईडी अधिकारियों ने भारी दबाव के बीच पंचनामा . पूरा किया क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचारियों द्वारा अपने घरों में जांच में बाधा डालने की कोशिश की थी।