रात को सोने से पहले भूलकर भी ना करें एक्सरसाइज

रात को सोने से पहले भूलकर भी ना करें एक्सरसाइज, हो सकते हैं ये नुकसान

रात को सोने से पहले भूलकर भी ना करें एक्सरसाइज

रात को सोने से पहले भूलकर भी ना करें एक्सरसाइज

दिल्ली। आधुनिक समय में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। इसके लिए सही दिनचर्या का पालन, संतुलित आहार और रोजाना एक्सरसाइज जरूरी है। डॉक्टर्स भी कई बीमारियों में रोजाना एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। खासकर मोटापा और मधुमेह के लिए एक्सरसाइज वरदान साबित होती है। इसके लिए सुबह या शाम किसी भी समय एक्सरसाइज कर सकते हैं। हालांकि, शाम ढलने के बाद एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। विशेषज्ञों की मानें तो सोने से पहले एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। इसके बावजूद कुछ लोग रात में एक्सरसाइज करते हैं। अगर आप भी सोने से पहले एक्सरसाइज करते हैं, तो अपनी आदत में बदलाव करें। इससे सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

क्या कहती है शोध

एक नवीनतम शोध में खुलासा हुआ है कि रात के समय सोने से पहले एक्सरसाइज करने से हृदय गति तेज हो जाती है। इस वजह से रात को सोने में तकलीफ होती है। सामान्यतः एक्सरसाइज करने से शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। साथ ही शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का उत्सर्जन होता है। वहीं, जिम में तेज रोशनी से शरीर में स्लीपिंग हार्मोन नहीं बनता है। आसान शब्दों में कहें तो तेज रोशनी और स्ट्रेस हार्मोन स्लीपिंग हार्मोन मेलाटोनिन के उत्सर्जन में बाधक बन जाते हैं। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि एक्सरसाइज करने का उचित समय सुबह और शाम है। शाम के वक्त सूर्यास्त होने के बाद एक्सरसाइज न करें, तो बेहतर होता है। वहीं, खाना खाने या सोने से 3 घंटे पहले एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।

International Journal of Cancer में प्रकाशित शोध में खुलासा हुआ है कि सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच एक्सरसाइज करने से स्तन और प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम कम हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एस्ट्रोजन हार्मोन सुबह 7 बजे उच्च स्तर पर रहता है। एस्ट्रोजन एक हार्मोन है जो स्तन कैंसर कोशिकाओं को सक्रिय करता है। इससे स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही अन्य बीमारियों जैसे मधुमेह, मोटापा और उच्च रक्तचाप में फायदेमंद साबित होती है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।