कहीं गैंगस्टर मंजीत महाल की हत्या के लिए तो नहीं हुआ रोहिणी कोर्ट में विस्फोट? साजिश का एंगल आया सामने
कहीं गैंगस्टर मंजीत महाल की हत्या के लिए तो नहीं हुआ रोहिणी कोर्ट में विस्फोट? साजिश का एंगल आया साम
नई दिल्ली। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में गुरुवार सुबह बम धमाका हुआ है। मौके पर जांच में पहुंचे स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया की ब्लास्ट टीन के डिब्बे में हुआ। सफेद पाउडर डिब्बे में रखा हुआ था। वह कोर्ट में रूम में बिखर गया। कुछ कील, मोटर साइकिल की बैटरी और वायर भी बिखरे हुए मिले हैं। हालांकि धमाके से मौके पर कोई गड्ढा नहीं हुआ है। सफेद पाउडर क्या है ये मौके पर पहुंची NSG की टीम जांच के बाद बताएगी। स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर भी कोर्ट रूम में मौजूद हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, कोर्ट रूम नंबर 102 में लैपटाप बैग में कम तीव्रता का विस्फोट हुआ। लैपटाप बैग में टिफ़िन बम रखा हुआ था। कोर्ट रूम में सुनवाई चल रही थी तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। कम क्षमता वाला बम होने के कारण ब्लास्ट के दौरान कोर्ट रूम में मौजूद जज, वकील और तारीख पर आए लोग बाल बाल बच गए। हालांकि विस्फोट में एक नायाब कोर्ट जख्मी हो गए हैं। उन्हें अंबेडकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर इलाज चल रहा है।
घटना के समय महानगर दंडाधिकारी प्रीतु राज की अदालत में एक मामले की सुनवाई चल रही थी। ऐसे में कोर्ट में कई लोग मौजूद थे। यह दूसरा मौका है जब रोहिणी कोर्ट की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। वहीं, दिल्ली पुलिस के पीआरओ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है रोहिणी कोर्ट परिसर में एक लैपटाप बैग में कम तीव्रता का विस्फोट हुआ। फोरेंसिक और एनएसजी की टीमें इसका निरीक्षण और जांच कर रही हैं।
इससे पहले रोहिणी के डीसीपी ने कहा कि लैपटाप बैग मौके से मिला है लेकिन उसमे लैपटाप था या नही, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। मौके पर सारी चीजें बिखडी हुई हैं। पूरी तरह से जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
Explosion in Rohini Court Updates:
रोहिणी कोर्ट के एक अहलमद ने बताया कि जिस समय ब्लास्ट हुआ वह दूसरी मंजिल पर थे। धमाका काफी तेज़ हुआ था। करीब 15 मिनट तक सुनाई देने बंद हो गया। दमकल विभाग के अनुसार सुबह दस बजकर 40 मिनट पर कोर्ट के रूम नंबर 102 में विस्फोट की सूचना मिली थी। यह एक मामूली विस्फोट थी और सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर बचाव कार्य को पूरा कर लिया गया। बहरहाल, कोर्ट रूम को सील कर पुलिस के आला अधिकारी मामले की जांंच कर रहे हैं।
सितंबर को रोहिणी कोर्ट में कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ गोगी की विरोधी गिरोह द्वारा हत्या कर देने के बाद पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने दिल्ली की सभी अदालतों की सुरक्षा समीक्षा कर अदालतों की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट को सौंप दिया था। पहले अदालतों की सुरक्षा स्थानीय पुलिस करती थी। अब एसीपी की निगरानी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। बावजूद इसके रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट की घटना हो गई।
बता दें कि सितंबर को रोहिणी कोर्ट में दो बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर कुख्यात बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या कर दी थी। वारदात के समय उसे कोर्ट रूम में पेशी के लिए लाया गया था। कोर्ट रूम में जज के सामने बदमाशों ने जितेंद्र मान उर्फ गोगी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया था। बदमाश वकील के वेश में अदालत में घुसे थे। इस घटना के बाद रोहिणी कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे। इस मामले को दिल्ली हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया था और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार और पुलिस को दिशानिर्देश दिए थे।