'भगवान राम प्रकट हो गए' यह नजारा कुछ ऐसा ही'; अयोध्या में रामलला का हुआ सूर्य तिलक, आसमान से ललाट पर उतरा दिव्य तेज

 Ramlala Surya Tilak Live in Ayodhya Ram Janmabhoomi Temple Ram Navami Occasion

Ramlala Surya Tilak Live in Ayodhya Ram Janmabhoomi Temple Ram Navami Occasion

Ayodhya Ramlala Surya Tilak: आज (6 अप्रैल) को रामनवमी के अवसर पर भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की पूरे देश में धूम मची हुई है। जगह-जगह धार्मिक उत्सव हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इस खास मौके पर श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में बेहद ही भव्य और अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। सालों-साल के संघर्ष और इंतजार के बाद अयोध्या में बने राम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान रामलला का रामनवमी पर 'सूर्य तिलक' किया गया है. आसमान से उतरने वालीं सूर्य की किरणों से रामलला का तिलक हुआ है।

'भगवान राम प्रकट हो गए' यह नजारा कुछ ऐसा ही'

राम नवमी के दिन दोपहर ठीक 12 बजे रामलला का 'सूर्य तिलक' हुआ। जब सूर्य की किरणें राम लला की मूर्ति के माथे पर पड़ीं और राम के ललाट पर एक दिव्य तेज बनकर प्रकाशित हो गईं। सूर्य तिलक की प्रक्रिया के लिए रामलला के गर्भगृह के पर्दे थोड़ी देर के लिए बंद किए गए थे। इसके बाद जब रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक का सुशोभित दिव्य तेज सबकी नजरों के सामने आया तो राम भक्त गजब उल्लास से भर गए। कुछ देर के लिए ऐसा लगा कि मानो जैसे 'अयोध्या में भए प्रकट कृपाला'.. लगा भगवान राम प्रकट हो गए हैं।

सचमुच नजारा ऐसा था कि जैसे रामलला के मस्तक से कोई शक्ति पुंज का तेज निकल रहा हो। हर कोई भाव-विभोर हो गया। रामलला के सूर्य तिलक के बीच घंटों की ध्वनि और पूजा-अर्चना के बीच बेहद अनोखा-अलौकिक नजारा दिख रहा था। पुजारियों की ओर से भगवान श्रीराम की आरती भी की गई। वहीं भगवान रामलला के माथे में तिलक के रूप सुशोभित होकर सूर्य देव भी खुद को धन्य महसूस कर रहे होंगे। आपको यह भी पता रहे कि, भगवान राम सूर्यवंशी भी हैं।

देखिए

वैज्ञानिकों की मदद से रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक

वैज्ञानिकों की मदद से रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक हुआ है। दरअसल, आईआईटी वैज्ञानिकों ने रामनवमी के अवसर पर रामलला के सूर्य तिलक की व्यवस्था की है। आसमान से उतरने वाली सूर्य की किरणें सीधा रामलला के माथे पर पहुंचाईं हैं। जिसके बाद रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणों से भव्य और दिव्य प्रकाश प्रकाशित हो रहा है। आपको बता दें कि, पिछले साल भी इसी तरह रामनवमी के अवसर पर रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक किया गया था। इससे पहले इसके लिए ट्रायल भी हुआ था।

वहीं अबकी बार भी अयोध्या में भगवान रामलला के सूर्य तिलक का ट्रायल एक दिन पहले किया गया और ट्रायल 90 सेकेंड तक चला। आईईट रुड़की, आईआईटी चेन्नई के एक्सपेर्ट भी इस दौरान मौजूद रहे। बता दें कि, रामनवमी के मौके पर अयोध्या पूरी तरह से सज चुकी है। साथ ही सुरक्षा को लेकर सभी व्यवस्थाएं पूरी हैं। अयोध्या के साथ-साथ जगह-जगह से लोग बड़ी संख्या में रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।

Ayodhya Ramlala Surya Tilak

रामलला का आज दिव्य अभिषेक भी

आज रामनवमी के अवसर पर रामलला का सबसे पहले दिव्य अभिषेक भी किया गया और फिर उनके अद्भुत श्रृंगार के साथ उन्हें तैयार किया गया। रामलला का आज का श्रृंगार बेहद मनमोहक है। रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। लोग रामलला के दर्शन को उत्साहित हैं। आज हर किसी को एक ही लाइन में रामलला के दर्शन होंगे। रामनवमी पर भीड़ को देखते हुए किसी के लिए वीआईपी दर्शन की व्यवस्था नहीं की गई है।

वहीं दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है, इस बीच चार बार लगने वाले भोग के लिए केवल पांच-पांच मिनट के लिए ही पर्दा बंद होगा। ट्रस्ट ने लोगों से अपील की है कि वे दर्शन के दौरान परेशानी और समय की बर्बादी से बचने के लिए अपना मोबाइल, मूल्यवान वस्तुएं इत्यादि साथ नहीं लाएं। वहीं राम जन्मोत्सव का प्रसारण अयोध्या नगरी में लगभग बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा।

कैसे पहुंचे अयोध्या राम मंदिर?

आप देश के किसी भी कोने में रहते हैं और अयोध्या राम मंदिर जाकर 'रामलला' के दर्शन करना चाहते हैं तो आप फ्लाइट, ट्रेन और सड़क मार्ग से बस या अपने निजी वाहन के जरिए पहुंच सकते हैं। अगर आप फ्लाइट से जाने की प्लानिंग करते हैं तो आप ये देखना होगा कि अयोध्या एयरपोर्ट के लिए आपके क्षेत्र से सीधी फ्लाइट है या नहीं। अगर नहीं है तो आप लखनऊ एयरपोर्ट, गोरखपुर, प्रयागराज और वाराणसी एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट देख सकते हैं।

यहां से अयोध्या के लिए फ्लाइट भी मिल जाएगी और सड़क मार्ग से भी आप आसानी से पहुंच जाएँगे। बता दें कि, अयोध्या के सबसे पास आपको लखनऊ एयरपोर्ट पड़ेगा। दरअसल, अभी अयोध्या के लिए सीधी फ्लाइट कुछ ही शहरों के लिए शुरू हुई हैं। साथ ही सीट की अनुपलब्धता की समस्या है।

वहीं अगर आप ट्रेन से अयोध्या आने की सोच रहे हैं तो अयोध्या धाम जंक्शन के लिए आपको अपने क्षेत्र से कई ट्रेनें मिल जाएंगी। अयोध्या स्टेशन से राम मंदिर की दूरी करीब 6 किलोमीटर है। लेकिन अगर कोई ट्रेन न मिले तो फिर आप लखनऊ के लिए ट्रेन ले सकते हैं। लखनऊ से अयोध्या 130 किलोमीटर, वाराणसी से 200, प्रयागराज से 160 किलोमीटर, गोरखपुर से 140 किलोमीटर और दिल्ली से 636 किलोमीटर है।

वहीं अगर आप सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचना चाहते हैं तो ऐसे में आपको यूपी परिवहन निगम की कई बसें मिल जाएंगी जो अयोध्या आ रहीं होंगी। यूपी परिवहन निगम की बसों को अभी 24 घंटे संचालित किया जा रहा है। अयोध्या के लिए यूपी के विभिन्न शहरों से बस सेवा शुरू की गई है। अगर आप लखनऊ से अयोध्या जाना चाहते हैं तो अवध बस स्टैंड से आपको बस मिल जाएगी। इसके अलावा अपने निजी वाहनों से भी अयोध्या पहुंचा जा सकता है.

Ayodhya Ramlala Surya Tilak

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