प्रसाशन की कई कोशिशों के बावजूद शहरवासियों को नहीं मिल अवारा पशुओं से निज़ाद

प्रसाशन की कई कोशिशों के बावजूद शहरवासियों को नहीं मिल अवारा पशुओं से निज़ाद

प्रसाशन की कई कोशिशों के बावजूद शहरवासियों को नहीं मिल अवारा पशुओं से निज़ाद

प्रसाशन की कई कोशिशों के बावजूद शहरवासियों को नहीं मिल अवारा पशुओं से निज़ाद

गंदगी के साथ-साथ बन रहे है हादसों व बीमारियों का कारण

यमुनानगर, 26 दिसम्बर (आर. के. जैन):
शहर में अवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिये परेशानी का कारण बनी हुई है। शहर की कालोनियों व मुख्य सड़कों पर सैकड़ों गौ वंशज व अन्य पशु घूमते व गंदगी फैलाते नजर आ जायेगें। यह अवारा पशु शहर की कालोनियों में गंदगी फैलाने के साथ-साथ बीमारी का भी कारण बन रहे है। आम तोर पर देखा जाता है कि गलियों में घूमने वाले अवारा पशु कूड़े के ढ़ेरों में मुंह मारते मारते कूड़े को पूरी सड़क तक फैला देते है, जिस कारण इस सड़कों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। पशुओं के सड़कों पर घूमने के कारण वाहन चालकों भी परेशानी का सामना करना पड़ता है और कई बार तो इनके कारण हादसे भी हो जाते है। प्रसाशन द्वारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिये कई योजनायें बनाई गई है, किन्तु सभी सभी योजनाएं केवल नाम मात्र की ही नजर आती है।

कालोनियों के साथ-साथ मुख्य मार्गों पर भी घूमते रहते है आवारा पशु

शहरवासी  कुसुम, माधुरी, गगनदीप कौर, भुपेश चहल, देवेन्द्र शर्मा, रजनीश शर्मा आदि ने बताया कि शहर की लगभग सभी कालोनियों में व मुख्य मार्गों आदि पर अवारा पशुओं ने बहुत ही बुरे हाल से गंदगी फैला रखी है। कालोनियों में घूमने वाले अवारा पशुओं द्वारा फैलाई जाने वाली गंदगी कारण लोगों को अपना व अपने परिवार के स्वास्थ्य की चिन्ता लगी रहती है। प्रसाशन द्वारा इन पशुओं पर काबू पाया जाना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पशु टोलियां बना कर सरेवे से शाम तक घूमते रहते है और कालोनियों में गंदगी फैलाते रहते है, जिस कारण बीमारियों का खतरा और बढ़ रहा है। गंदगी फैलाने के साथ-साथ इन पशुओं के कारण वाहन चालक भी दुर्घटना का शिकार हो रहे है। आम तौर पर देखने में आता है कि दो पहिया वाहन चालक पशुओं के सामने पर उसे बचाने के लिये वाहन को किसी और तरफ मोड़ देते है, जिससे की दूसरी तरफ से आने वाले वाहन से टक्कर हो जाती है। उन्होंने आगे बताया कि जिला के अधिकारियों इस विषय में कई बार सूचना दी गई है, किन्तु इस पर कोई सुनवाई होती नजर नहीं आ रही है।