चक्रवाती तूफान जवाद मचाएगा तबाही, 110km की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, होगी भारी बारिश,स्कूल बंद-ट्रेनें रद्द
चक्रवाती तूफान जवाद मचाएगा तबाही, 110km की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, होगी भारी बारिश,स्कूल बंद-ट्रेनें
विशाखापट्टनम/नई दिल्ली। अब से कुछ ही घंटों में पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान जवाद के चलते रेल यातायात प्रभावित रहेगा। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले से 3 और 4 दिसंबर को लगभग 65 ट्रेनों को रद कर दिया गया है। शुक्रवार को पूर्वी तट रेलवे ने यह जानकारी दी है। पूर्वी तट रेलवे के शीर्ष अधिकारी ए.के. त्रिपाठी ने कहा कि चक्रवात जवाद के चलते इन सभी ट्रेनों का रद किया गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों के सभी स्कूलों को शनिवार तक बंद करने का आदेश दिया है। चक्रवात तूफान से निपटने को लेकर केंद्र व राज्य सरकारें पूरी तरह अलर्ट हैं। शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने चक्रवाती तूफान जवाद से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की।
वहीं, चक्रवाती तूफान जवाद की वजह से तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा आइएमडी की ओर से इस दौरान उत्तरी महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिमी तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
एनडीआरएफ की 46 टीमें तैनात
इस बीच, लगभग 46 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में 46 टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि एनडीआरएफ की कुल 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश भेजा गया है। वे वहां पहले से तैनात हैं। किसी भी टीम को एयरलिफ्ट करने की स्थिति पैदा होने पर आईडीएस अलर्ट पर है। साथ ही 18 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं।
तूफान के प्रभाव को रोकने के लिए सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश
बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिम-मध्य से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर गहरा दबाव अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और शनिवार सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तट पर पहुंच जाएगा। चक्रवात जवाद के चलते दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। ओडिशा सरकार ने गुरुवार शाम को इसके प्रभावों को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
शनिवार की सुबह इन जगहों पर तूफान के पहुंचने की उम्मीद
इससे पहले, आइएमडी ने सूचित किया था कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात जवाद में तेज होने की उम्मीद है। शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश - ओडिशा के तट तक पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान 100 किमी प्रति घंटे की हवाएं चलेंगी। चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद की स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की है। साथ ही कैबिनेट सचिव ने सभी तटीय राज्यों के मुख्य सचिवों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों या एजेंसियों के साथ स्थिति और तैयारियों की भी समीक्षा की है।