विवादों के बीच कांग्रेस की पराक्रम यात्रा, क्या है जनरल रावत के नाम पर सियासत?
विवादों के बीच कांग्रेस की पराक्रम यात्रा, क्या है जनरल रावत के नाम पर सियासत?
कांग्रेस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के गांव से वीर ग्राम परिक्रमा यात्रा अभियान शुरू करेगी। पार्टी महासचिव हरीश रावत ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल जनरल रावत के गांव से इस तीन दिवसीय अभियान की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इसी दिन वरिष्ठ पार्टी नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ऐसा ही एक अभियान प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले जनरल दिवंगत बीसी जोशी के गांव से शुरू करेंगे।
रावत ने कहा कि यह यात्रा देश की स्वतंत्रता तथा सीमा पर प्राण न्योछावर करने वालों के साथ ही पृथक उत्तराखंड के लिए आंदोलन के दौरान शहीद होने वालों के गांवों में भी पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि अभियान की शुरुआत जनरल रावत की 20 या 21 दिसंबर को होने वाली तेरहवीं की रस्म के दिन से शुरू होगी। राहुल गांधी की गुरुवार को यहां हुई रैली में उनके द्वारा पूर्व सैनिकों को सम्मानित किए जाने का जिक्र करते हुए रावत ने कहा कि कांग्रेस नेता ने गांधी परिवार के साथ उत्तराखंड के बरसों पुराने संबंधों को और गहरा कर दिया है। इस संबंध में रावत ने कहा कि इंदिरा गांधी की मां कमला नेहरू यहां एक 'सैनेटोरियम' में रहीं जबकि जवाहरलाल नेहरू यहां की एक जेल में बंद रहे तथा कल की रैली से ये संबंध और गहरे हो गए।
उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी 19 दिसंबर को पिथौरागढ़ के मूनाकोट में 'भाजपाई ढोल की पोल खोल' अभियान शुरू करेंगे और इसके जरिए कुंभ में कोरोना जांच में फर्जीवाड़े तथा उसे सही तरीके से आयोजित करने में सरकार की विफलता के कारण देश भर में आई कोरोना की दूसरी लहर के बारे में जनता को जागरूक किया जाएगा। रावत ने कहा कि कांग्रेस का उत्तराखंड के लिए घोषणापत्र राहुल गांधी के विजन के आधार पर तैयार किया जाएगा जिसमें युवाओं को रोजगार देने, महिला सशक्तीकरण, कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर जोर दिया जाएगा।