चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: भाजपा व कांग्रेस में खुलकर बगावत

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: भाजपा व कांग्रेस में खुलकर बगावत

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: भाजपा व कांग्रेस में खुलकर बगावत

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: भाजपा व कांग्रेस में खुलकर बगावत

चंडीगढ़, २ दिसंबर। नगर निगम के २४ दिसंबर को होने वाले चुनाव में नामांकन दाखिल करने का कल  (शनिवार) को अंतिम दिन है, वहीं पर कांग्रेस, भाजपा द्वारा जारी की गई सूची के बाद दोनों पार्टियों में खुलकर बगावत शुरू हो गई है। जहां पर वार्ड-२९ में जिला अध्यक्ष रविंद्र पठानिया को टिकट देने का जमकर विरोध हुआ है, वहीं पर भाजपा मंडल-९ की पूरी ईकाई बागी हो गई है। इसी प्रकार कांग्रेस के संगठन सचिव व सचिव जोकि पूर्व अध्यक्षों के सपूत्र हैं, ने पार्टी से अलविदा करने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस के संगठन सचिव नवीन गुप्ता वार्ड-११ से व सचिव रामशरण गुप्ता वार्ड-१८ से टिकट मांग रहे थे। नवीन गुप्ता कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण गुप्ता व रामशरण गुप्ता पूर्व अध्यक्ष श्यामलाल गुप्ता के सुपुत्र हैं। 
वार्ड नंबर 9 से भाजपा पूर्व पार्षद अनिल दुबे की पत्नी को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जाहिर कर चुके पूर्व सरपंच गुरप्रीत सिंह हैप्पी द्वारा नाराजगी जहर किए जाने पर उन्हें मनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद गांव दड़वा पहुंचेऔर रुष्ट नेताओं से बातचीत कर उन्हें पार्टी आलाकमान का निर्णय सर्वोपरि मानने की अपील की। 
गौरतलब है कि वार्ड नंबर 9 की सीट महिला के लिए रिजर्व है, इस आरक्षित सीट पर पूर्व सरपंच गुरप्रीत सिंह हैप्पी का खासा दबदबा है और लंबे अरसे से टिकट के लिए प्रयासरत हैं। महिला सीट आरक्षित होते ही हैप्पी ने अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग की थी। किंतु टिकट अनिल दुबे की पत्नी को मिल गई।पार्टी के इस निर्णय से आहत होकर गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने असंतोष जताते हुए इस्तीफा दे दिया। हैप्पी ने नगर निगम चुनाव में बतौर आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपनी दावेदारी पेश करने के लिए बातचीत हेतु अपने समर्थकों को बुलाया। वह अपने समर्थकों से विचार विमर्श कर ही रहे थे कि उसी दौरान चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने वहां पहुंच कर उन्हें मनाने की कोशिश की। काफी लंबी चली यह बातचीत बेनतीजा रही। हालांकि भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और गुरप्रीत सिंह ने अपने दरमियान हुई बातचीत का खुलासा नहीं किया। लेकिन अपने समर्थकों के समक्ष उन्होंने आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपनी दावेदारी पेश की। उनके समर्थकों ने उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। हैप्पी के समर्थकों ने जोर शोर से हैप्पी को समर्थन देते हुए उन्हें वार्ड से विजयी करवाने का आश्वासन दिया। गुरप्रीत सिंह हैप्पी की धर्मपत्नी मनप्रीत कौर और गांव के लोगों का कहना है कि वह पढ़ी-लिखी सोशल महिला है।