CID submitted report to HSSC in women constable recruitment case

महिला कांस्टेबल भर्ती मामले में सीआईडी ने एचएसएससी को सौंपी रिपोर्ट, चौंकाने वाला सच आया सामने

Constable-Bharti

CID submitted report to HSSC in women constable recruitment case

चंडीगढ़। हरियाणा में सरकारी नौकरी में झूठे शपथ पत्र देने वालों में लड़कियां भी कम नहीं हैं। 1100 महिला कांस्टेबल की भर्ती में 72 युवतियों के शपथ पत्र फर्जी मिले हैं। अब आयोग ने इन्हें 28 जनवरी तक अपने शपथ पत्र वापस देने का मौका दिया है या फिर तहसीलदार से लिखवाकर लाने के लिए कहा है।

यदि इस दिन तक दावे वापस नहीं लिए जाते हैं तो एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इससे पहले हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 460 पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती में से 50 संदिग्ध अभ्यर्थी चयन प्रकिया से बाहर किए थे। उसमें 41 पुरुष और 9 महिला उम्मीदवार थे। एचएसएससी ने कुछ महीने पहले 1100 महिला पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा आयोजित की थी। इसका रिजल्ट तैयार किया गया, लेकिन जब चयनित मेरिट उम्मीदवारों के शपथ पत्रों की जांच की गई तो 72 महिला अभ्यर्थी की रिपोर्ट संदिग्ध मिली।

पुलिस ने वेरिफिकेशन की तो पता चला कि इनके परिवार में सरकारी नौकरी है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि मेरिट में आने वाले 90 प्रतिशत अभ्यार्थी ने सोशियो इकोनॉमिक के नंबर क्लेम किए हैं। इनमें से 72 लड़कियां झूठ बोल रही हैं कि हमारे घर में भाई या पिता सरकारी नौकरी में नहीं हैं। सीआईडी ने हमें 1100 अभ्यर्थी की रिपोर्ट दी। मैच की तो यह 72 लड़कियों के दावे फेक मिले। इसलिए हमनें तहसीलदार से सर्फिककेट लेकर आने के लिए कहा है। इन सभी को सूचना दे दी गई है। यदि इसके बावजूद भी वे झूठी बोलेंगी तो एफआईआर दर्ज की जाएगी।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की 5500 पुलिस कांस्टेबल की भर्ती में मिले संदिग्ध अभ्यर्थियों की संख्या 133 तक पहुंच गई है। इनकी सूची पुलिस को दी जाएगी। मामले में अब तक 6 गिरफ्तार किए गए हैं। चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि गिरोह ने गरीब युवकों को फंसाया है। इन्हें 10 हजार से लेकर नए कपड़े देने का लालच दिया, लेकिन वे पीएमटी में पकड़ में आ रहे हैं। कुछ पेपर में बैठे ही नहीं है। सीसीटीवी कैमरों से इनकी पकड़ की जा रही है। इनकी संख्या करीब 133 तक पहुंच गई है। 21 जनवरी तक स्कू्रटिंग की जाएगी।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने 86 अलग-अलग कैटेगरी में खाली पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे थे। इन भर्तियों में सामाजिक आर्थिक आधार पर 5 अंक देने का प्रावधान है, जिसके लिए उम्मीदवारों ने झूठे शपथ पत्र दे दिए। आयोग ने 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक शपथ पत्र वापस लेने का एक मौका दिया था। इस दौरान 1049 अभ्यर्थी अपने शपथ पत्र वापस ले चुके थे। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि उम्मीदवार अब भी कार्यालय में आकर शपथ पत्र वापस ले रहे हैं।

सामाजिक आर्थिक आधार पर 5 अंक लेने के लिए सरकार ने नियम बनाए हैं, जिसके तहत परिवार में पिता या पति की मौत हो चुकी है तो उनको 5 अंक मिलेंगे। यदि किसी के परिवार में पहले से कोई सरकारी नौकरी में नहीं है तो उसे भी 5 अंक मिलेंगे। इसके साथ ही विवाहित लडक़ी का परिवार ससुराल माना जाएगा।